गैंगस्टर नीरज बवाना गिरोह के दो शूटर हथियारों के साथ गिरफ्तार, दिल्ली-NCR में कई वारदातों को दे चुके हैं अंजाम
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना-नवीन उर्फ बाली व हिमांशु उर्फ भाऊ गिरोह के दो बदमाश मोहित और नितिन को गिरफ्तार किया है। दोनों दिल्ली-एनसीआर में कई आपराधिक मामलों में शामिल रहे हैं। इनमें बदमाश मोहित गिरोह के बदमाशों को अवैध हथियार और कारतूस मुहैया करने का काम करता था। नितिन मारपीट के एक मामले में 2022 से फरार था।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना-नवीन उर्फ बाली व हिमांशु उर्फ भाऊ गिरोह के दो बदमाश मोहित और नितिन को गिरफ्तार किया है। दोनों दिल्ली-एनसीआर में कई आपराधिक मामलों में शामिल रहे हैं। इनमें बदमाश मोहित गिरोह के बदमाशों को अवैध हथियार और कारतूस मुहैया करने का काम करता था। नितिन मारपीट के एक मामले में 2022 से फरार था। कोर्ट से उसे भगोड़ा अपराधी घोषित कर रखा था।
विशेष आयुक्त स्पेशल सेल एचजीएस धालीवाल के मुताबिक, डीसीपी इंगित प्रताप सिंह, एसीपी संजय दत्त, इंस्पेक्टर चंद्रिका प्रसाद व अनुज कुमार त्यागी की टीम ने मोहित सहरावत व नितिन सहरावत को द्वारका मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया। दोनों बक्करवाला गांव के रहने वाले हैं। नितिन मैदानगढ़ी थाने के मामले में भगोड़ा घोषित था। मोहित, गिरोह के सदस्यों को धन, रसद और आश्रय प्रदान करता था।
भाई से प्रभावित हुआ था मोहित
पुलिस का कहना है कि मोहित सहरावत का भाई मोरिश सहरावत भी नीरज बवाना व नवीन बाली गिरोह का अपराधी है। मोरिश, वर्तमान में हत्या और जबरन वसूली के कई मामलों में जेल में बंद है। उसी से प्रभावित होकर मोहित भी गिरोह में शामिल हो गया था। उसने हिमांशु भाऊ के चचेरे भाई रोहित बजरंग की 2022 में हरियाणा के रोहतक में हत्या कर दी थी। उनकी हत्या का बदला लेने के लिए, हिमांशु व उसके साथियों ने हंसराज ठेकेदार की हत्या कर दी थी। उस दौरान मोहित ने हत्यारों को शरण दी थी।
नितिन सहरावत से पूछताछ में पता चला कि वह करीब दो साल पहले अपने कॉमन फ्रेंड, बक्करवाला गांव के अमित भूरिया के जरिए मोहित के संपर्क में आया था। मोहित सहरावत 2013 में दिल्ली कालेज आफ फायर सेफ्टी, द्वारका से स्वास्थ्य, सुरक्षा और पर्यावरण पाठ्यक्रम पूरा किया और फिर उसने सेक्टर 19, द्वारका में आइजीएल में काम किया। बाद में 2020 में आइजीआइ हवाई अड्डे पर सुरक्षा इंजीनियर के रूप में काम किया। 2021 में उसका एक्सीडेंट हो गया जिससे उसने नौकरी छोड़ दी।