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दिल्ली में दो बहनों ने पूर्व DSP पर किया हमला, फिर खुद को फ्लैट में किया बंद; इस तरह निकालीं गई बाहर

पूर्वी दिल्ली के वसुंधरा एन्क्लेव में दो बहनों ने पुलिसकर्मियों समेत 10 लोगों को कार से टक्कर मार दी। दोनों बहनों ने अपने फ्लैट के बाहर खड़ी बुजुर्ग की पत्नी दो बेटियों पर भी हमला किया। पुलिस ने दोनों बहनों को गिरफ्तार कर लिया है। अपार्टमेंट में बेवजह हॉर्न बजाने का विरोध करने पर दो बहनों ने पूर्व डीएसपी पर भी हमला किया।

By SHUZAUDDIN SHUZAUDDIN Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Sun, 03 Nov 2024 01:58 PM (IST)
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अनेकांत अपार्टमेंट में घटना के बाद जुटी भीड़। फोटो- जागरण
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। वसुंधरा एन्क्लेव स्थित अनेकांत अपार्टमेंट के अंदर शुक्रवार रात को बिना वजह कार का हॉर्न बजाने का विरोध करने पर दो सगी बहनों ने उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व डीएसपी पर हमला कर दिया। दोनों ने उन पर मिट्टी के दीये व गमले से हमला कर चोटिल कर दिया।

चाकू से हत्या करने का किया प्रयास

वारदात के बाद दोनों बहनों ने खुद को अपने फ्लैट में बंद कर लिया। घायल हालत में पुलिस ने बुजुर्ग व कैंसर से पीड़ित अशोक शर्मा को एलबीएस में भर्ती करवाया। देर रात उन्हें छुट्टी मिली। शनिवार देर शाम को उन्हीं दोनों बहनों ने अपने फ्लैट के बाहर खड़ी बुजुर्ग की पत्नी शांति शर्मा, दो बेटियों रीना शर्मा व प्रतिभा पर हमला कर दिया। तीनों के हाथों पर काटा और जमकर पीटा। चाकू से हत्या करने का प्रयास किया।

स्थानीय लोगों ने फ्लैट को घेरा

मारपीट कर फिर से आरोपित युवतियों ने खुद को फ्लैट में कैद कर लिया। पुलिस ने बताया कि शनिवार साढ़े छह बजे सोसायटी में मारपीट व हंगामे की सूचना मिलते ही न्यू अशोक नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। लोगों ने फ्लैट नंबर एक को घेरा हुआ था। मौके पर पीड़ित अशोक शर्मा मिले। जिन्होंने बताया कि भव्य जैन व छवि जैन नाम की दो बहनों ने उनके परिवार के साथ मारपीट की है।

पुलिस की चेतावनी के बावजूद नहीं निकली घर से बाहर

पुलिस की कई चेतावनी के बाद भी दोनों बहने अपने फ्लैट से बाहर नहीं आईं। उन्हें बाहर निकालने के लिए पुलिस ने उनके फ्लैट का बिजली व पानी का कनेक्शन कटवा दिया। दोनों बहनों की स्विफ्ट डिजायर कार के दो पहियों की हवा लोगों ने निकाल दी। सोसायटी के लोगों ने बताया कि इस बात से नाराज होकर दोनों बहनें फ्लैट से बाहर निकली। अपने-अपने मोबाइल में पुलिस व लोगों के वीडियो बनाए।

कार से स्कूटी को घसीटा

फ्लैट के बाहर खड़ी अपनी कार में बैठकर भागने लगी। लोगों ने पकड़ने की कोशिश की तो दो पुलिसकर्मियों समेत दस लोगों को टक्कर मार दी। पुलिस की पीसीआर वैन समेत अन्य वाहनों को टक्कर मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया। गेट पर लगे बैरियर को तोड़ते हुए सोयायटी के बाहर चली गईं। एक स्कूटी में टक्कर मारकर करीब डेढ़ किलोमीटर तक घसीटते हुए ले गईं। पुलिस उनका पीछा करती रही।

पुलिस ने नोएडा से किया गिरफ्तार

नोएडा में जाकर आरोपितों की कार एक बस से टकराकर रुक गई। पुलिस ने दोनों को वहीं से गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों को पकड़ने के लिए 50 से अधिक पुलिसकर्मियों को मैदान में उतरना पड़ा।

गार्ड को बंधक बनाकर की थी मारपीट

बता दें डेढ़ माह पहले भी दोनों आरोपित बहनों ने सोसायटी के एक गार्ड को बंधक बनाकर पीटा था और गर्म प्रेस से जलाया था। तीन दिन तक खुद को अपने फ्लैट में बंद रखा था। इस केस में पुलिस इन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी। इनके खिलाफ काेर्ट से ईओडब्ल्यूए नोटिस जारी हुआ है।

पीड़ितों की प्रतिक्रिया ड्यूटी खत्म करके मैं घर चला गया था। सोसायटी के सदस्यों ने फोन करके मुझे आरोपित युवतियों के फ्लैट की लाइट व पानी कनेक्शन काटने के लिए बुलाया था। दोनों बहनों ने कार से मुझे टक्कर मारी और हाथ पर कार का पहिया चढ़ा दिया। मुश्किल से जान बचाई। - प्रवीण कुमार, इलेक्ट्रीशियन

मैं अपनी स्कूटी लेकर सोसायटी के बाहर सड़क पर खड़ा हुआ था। सोसायटी के अंदर से तेज रफ्तार में कार आई और स्कूटी में टक्कर मारी। कार के नीचे स्कूटी फंस गई, करीब डेढ़ किलोमीटर तक स्कूटी को घसीटते हुए युवतियां ले गई। भगवान ने मेरी जान बचा दी। -जोगिंदर, दल्लूपुरा गांव निवासी

दोनों बहनों ने मिलकर सोसायटी में उत्पाद मचाया है। लोगों के जीवन को खतरे में डाला है। दस से अधिक लोग घायल हुए हैं, कई वाहनों को उन्होंने अपनी कार की टक्कर से क्षतिग्रस्त किया है। पुलिस ने कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। -अंशु सिंघल, अध्यक्ष आरडब्ल्यूए अनेकांत अपार्टमेंट

मैं कैंसर से पीड़ित हूं। मुझे काफी चोट आई है। वह दोनों मेरे परिवार की हत्या करना चाह रही थीं। उनके माफी भी मांगी, लेकिन वह नहीं मानी। अशोक शर्मा, पीड़ित।

न जाने मेरी बेटियों को क्या हो गया है। वह मानसिक रूप से ठीक हैं। मैं अपनी पत्नी के साथ पहाड़गंज रहता हूं। दोनों बेटियां मुझे अपने फ्लैट में प्रवेश भी करने नहीं देती। -नीरज जैन, आरोपित युवतियों के पिता

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