एम्स में भर्ती उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की हालत में सुधार, ICU से आई बाहर
एम्स के ट्रॉमा सेंटर में एडमिट उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की हालत में सुधार है। अब उन्हें आइसीयू से बाहर वार्ड में शिफ्ट किया गया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। उन्नाव कांड दुष्कर्म पीडि़ता की हालत में काफी सुधार है। उन्हें एम्स ट्रॉमा सेंटर के आइसीयू से निकालकर प्राइवेट वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया है। हालांकि पूरी तरह स्वस्थ होने में अभी वक्त लगेगा।
उल्लेखनीय है कि पीड़िता और उनके वकील को 5 अगस्त को लखनऊ से एयर एंबुलेंस से दिल्ली लाया गया था और उन दोनों को एम्स के ट्रॉमा सेंटर के आइसीयू में भर्ती किया गया था।
तब से उनका एम्स में इलाज चल रहा है। पीड़िता को कई जगहों पर फ्रैक्चर था, जिसकी सर्जरी हो चुकी है। इलाज के दौरान गंभीर संक्रमण भी होने की बात सामने आई थी, लेकिन डॉक्टर इलाज में कामयाब रहे। उन्हें दो दिन पहले आइसीयू से प्राइवेट वार्ड में स्थानांतरित किया गया है। वहीं वकील महेंद्र सिंह का अभी आइसीयू में ही इलाज चल रहा है।
रायबरेली में हुई दुर्घटना
पीड़िता के रायबरेली में दुर्घटना के मामले की भी सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर दिल्ली में हो रही है। इस मामले में उन्नाव के माखी गांव में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में आरोपित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ सीबीआई ने शिकंजा कस दिया है।
पिता पर लगा था झूठा आर्म्स केस
उन्नाव दुष्कर्म केस मामले में पीडि़ता के पिता को झूठे आर्म्स केस में फंसाने और पुलिस हिरासत में उनकी मौत के मामले में बाहुबली विधायक सेंगर समेत अन्य के खिलाफ दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने आरोप तय कर दिए हैं। कोर्ट ने गत मंगलवार को सुनवाई करते हुए प्रथमदृष्टया पाया कि मामले में बड़ी साजिश रची गई है। कोर्ट के मुताबिक, पुलिस मौके पर पहुंची थी, लेकिन उसने कोई हस्तक्षेप नहीं किया। इसके साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक पीडि़ता के पिता के शरीर पर 14 गंभीर चोट के निशान थे।