देशभर में 9000 जगहों पर होंगे हिंदू सम्मेलन, VHP ने की दो कानूनों में बदलाव की मांग
विहिप के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार इन सम्मेलनों से अलग सितंबर माह में वक्फ संशोधन विधेयक पर राष्ट्रीय स्तर पर जिलेवार सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। जिसमें समाज के प्रबुद्ध लोग अधिवक्ताओं से विमर्श किया जाएगा। उनकी राय ली जाएगी। जिसे इस विधेयक को लेकर गठित जेपीसी को सौंपा जाएगा। विहिप की ओर से देशभर में 9000 स्थानों पर हिंदू सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। समान नागरिक संहिता की मांग और वक्फ कानून में बदलाव के साथ ही मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने जैसी मांगों और गर्माए राजनीतिक मुद्दों के बीच विहिप ने भी सक्रियता तेज की है। हिंदू संगठन ने देशभर में करीब 9000 स्थानों पर हिंदू सम्मेलन करने की तैयारी की है।
24 अगस्त से 2 सितंबर के बीच होंगे सम्मेलन
यह 10 दिवसीय सम्मेलन 24 अगस्त से दो सितंबर के बीच आयोजित होंगे, जिसमें केंद्रीय पदाधिकारियों और संतो का मार्गदर्शन मिलेगा तो अनुसूचित समाज व महिला वक्ता आयोजन के केंद्र में होंगे। राजस्थान में आयोजित होने वाले सम्मेलनों में विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार की मौजूदगी रहेगी। इन सम्मेलनों में देश, समाज व धर्म के समक्ष विभिन्न चुनौतियों का जिक्र करते हुए उसके निराकरण का रास्ता तय किया जाएगा।
विहिप की स्थापना के पूरे हो रहे 60 वर्ष
यह आयोजन विहिप की स्थापना के 60 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में होंगे। विहिप ने समाज हित में कई लक्ष्य तय किए हैं, जिसमें परिवार प्रबोधन, समाज में समरसता और मतांतरण पर रोक प्रमुख है। विहिप की स्थापना श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन मुंबई में 1964 में हुई थी। संगठन के खाते में सफल अयोध्या राम मंदिर समेत अन्य आंदोलन हैं तो समाज को जागरूक करने के साथ उसमें समरसता का भाव पैदा करने को लेकर वह प्रयासरत है।लालकिले की प्राचीर से पीएम मोदी ने दिया था यूसीसी पर जोर
विहिप के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के अनुसार, ये सम्मेलन इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर जेपीसी की बैठक आरंभ हो गई है। तो, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम संबोधन में यूसीसी पर जोर दिया है। जिस पर जनमत तैयार किया जाना है। बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाए जाने का मुद्दा भी इन सम्मेलनों में उठाया जाएगा।
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