दारोगा ले रहा था रिश्वत, तभी आ धमकी विजिलेंस की टीम; पीड़ित की आपबीती सुन अधिकारी भी हैरान
Delhi News दिल्ली में लक्ष्मी नगर थाने के एक दारोगा (एसआई) को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा है। विजिलेंस की टीम ने पीड़िता की शिकायत पर यह कार्रवाई की है। बताया गया कि एसआई ठगी के मामले में नोटिस जारी करने की एवज में पीड़ित से रिश्वत मांग रहा था। आगे विस्तार से पढ़िए पूरी खबर।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। दिल्ली पुलिस में भ्रष्टाचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। लक्ष्मीनगर थाने में कार्यरत एसआई ठगी के मामले में नोटिस जारी करने की एवज में दस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। विजिलेंस विभाग ने सोमवार शाम को थाने पहुंच कर कार्रवाई की।
श्रीपाल के रूप में हुई एसआई की पहचान
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपित की पहचान एसआई श्रीपाल के रूप में हुई है। विजिलेंस ने पीड़ित रोनित शर्मा की शिकायत पर प्राथमिकी की है। एक सप्ताह में विजिलेंस ने यमुनापार में यह दूसरी बड़ी कार्रवाई की है। चार नवंबर को कृष्णा नगर थाने के एएसआई प्रमोद को गिरफ्तार किया था।
पीड़ित का कृषि उत्पाद का है काम
पीड़ित रोनित ने बताया कि उनका कृषि उत्पाद का काम है। वह उत्पाद कर्नाटक, बंगाल और तेलंगाना में रहने वाले तीन दलालों के जरिये बांग्लादेश भेजते थे। जुलाई में भी उत्पाद भेजे थे, लेकिन पहुंचे नहीं। दलालों ने उनके 21 लाख रुपये ठग लिए।शिकायत के बाद हुई यह कार्रवाई
आरोप लगाया कि उन्होंने जुलाई में लक्ष्मी नगर थाना, अतिरिक्त संयुक्त आयुक्त के कार्यालय में कई बार शिकायत दी, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। शिकायत की जांच के लिए लक्ष्मी नगर थाने के एसआई श्रीपाल को नियुक्त किया गया।
एसआई ने नहीं दर्ज की थी प्राथमिकी
पीड़ित ने आरोप लगाया कि एसआई ने प्राथमिकी नहीं की। जिन लोगों पर उन्होंने ठगी का आरोप लगाया, उन लोगों को नोटिस भेजने के लिए 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। न देने पर कार्रवाई करने से इनकार कर दिया।पीड़ित ने विजिलेंस विभाग में की थी शिकायत
इसके बाद परेशान होकर उन्होंने विजिलेंस विभाग में इस मामले की शिकायत की। वह सोमवार शाम को विजिलेंस टीम के साथ लक्ष्मी नगर थाने पहुंचे, वह एसआई को रिश्वत की रकम दे ही रहे थे तभी विजिलेंस ने एसआई को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
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