ढाेंगी बाबा खुद को बताता है कृष्ण का अवतार, युवतियों को कहता था राधा
एक महिला ने आरोप लगाया था कि वर्ष 2000 में जब वह 13 साल की थी, तब इस आश्रम में आई थी। यहां उसका यौन शोषण किया जा रहा था।
नई दिल्ली [ जेएनएन ]। आश्रम से निकाली गई लड़कियों ने बाबा वीरेंद्र देव पर रेप के आरोप लगाए हैं। वह नाबालिग बच्चियों गलत तरीके से छूता था, विरोध करने पर कहता था कि मैं भगवान कृष्ण का अवतार हूं। वह कहता था कि जैसे कृष्ण की कई रानियां थी उसी तरह से तुम भी मेरी रानी बन जाओगी।
यौन शोषण में पहले भी फंस चुका है बाबा
विजय विहार स्थित आध्यात्मिक विश्वविद्यालय में किशोरी व युवतियों के साथ यौन शोषण का यह कोई पहला मामला नहीं है। विश्वविद्यालय के संस्थापक व प्रमुख वीरेंद्र देव दीक्षित पर पहले भी यौन शोषण के आरोप लगे हैं। विजय विहार में यह आश्रम करीब तीस साल से है। आश्रम की तरफ से दावा किया जाता है कि यहां महिला गुरुकुल पद्धति से आध्यात्मिक दिनचर्या होती है। करीब एक हजार वर्गमीटर में चार मंजिला इमारत में आश्रम है। 168 युवतियां व किशोरियां यहां थीं।
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पुलिस का कहना है कि 12 नवंबर को आश्रम में जमकर हंगामा हुआ था। राजस्थान के झुंझनु व दिल्ली के दो परिवारों का आरोप था कि उनकी बेटियों को यहां कैद किया गया है। वे अपनी बेटियों को लेने वहां आए थे। आश्रम पहुंची पुलिस को दिए बयान में एक महिला ने आरोप लगाया था कि वर्ष 2000 में जब वह 13 साल की थी, तब इस आश्रम में आई थी। यहां उसका यौन शोषण किया जा रहा था।
यहां रहने वाली अधिकतर युवतियों व किशोरियों के साथ यौन शोषण किया जाता है। वीरेंद्र देव दीक्षित मूलरूप से उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद का रहने वाला है। वीरेंद्र खुद को कृष्ण का अवतार बताता है। उसके आध्यात्मिक विश्वविद्यालय दिल्ली के अलावा फर्रूखाबाद के कंपिल व मोहल्ला सिकतर बाग में भी हैं।
आश्रमों में हर उम्र की अनुयायी रहती हैं। 16 अप्रैल 1998 को कोलकाता निवासी एक अनुयायी के परिजनों ने कंपिल आकर आश्रम में बेटी को बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाया था। उस समय भी बवाल मचा था। वीरेंद्र के खिलाफ फर्रूखाबाद में दुष्कर्म व बिजली चोरी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।