बांग्लादेश में हिंदुओं के हालात पर VHP ने जताई चिंता, 'अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए संभव कदम उठाए भारत सरकार'
Bangladesh Protest बांग्लादेश में जारी हिंसा में हिंदुओं को निशाना बनाए जाने पर विश्व हिंदू परिषद ने चिंता जताई है। VHP ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं व अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिए। विश्व हिंदू परिषद अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि बांग्लादेश में हिंदुओं के मंदिरों को भी निशाना बनाया जा रहा है। पढ़िए उन्होंने और क्या कहा है?
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद (VHP) के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता आलोक कुमार ने कहा कि हमारा पड़ोसी बांग्लादेश एक विचित्र अनिश्चितता, हिंसा और अराजकता में फंसा हुआ है।
कहा कि शेख हसीना सरकार के त्यागपत्र और उनके देश छोड़ने के बाद अन्तरिम सरकार के गठन की प्रक्रिया चल रही है। संकट की इस घड़ी में भारत बांग्लादेश के समस्त समाज के साथ एक मित्र के नाते मजबूती से खड़ा है।
मंदिर और गुरुद्वारों को भी पहुंचाई क्षति
आलोक कुमार ने कहा कि बांग्लादेश में पिछले कुछ समय में हिंदू, सिख व अन्य अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थानों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों और घरों को भी नुकसान पहुंचाया गया है। कल रात तक अकेले पंचगढ़ जिले में 22 घर, झीनैदाह में 20 घर व जैसोर में 22 दुकानें कट्टरपंथियों के निशाने बने और अनेक जिलों में तो श्मशान तक तोड़ दिए गए। मंदिर और गुरुद्वारों को भी क्षति पहुंचाई गई है।बांग्लादेश में रह गए सिर्फ आठ फीसदी हिंदू
बांग्लादेश में शायद ही कोई जिला बचा हो जो इनकी हिंसा व आतंक का निशाना न बना हो। यह ध्यान दिलाना उचित होगा कि बांग्लादेश में हिंदू जो कभी 32 प्रतिशत थे, अब सिर्फ 8 फीसदी से भी कम बचे हैं और वे भी लगातार जिहादी उत्पीड़न के शिकार हैं।
हिंदुओं के घर, दुकान और ऑफिस को बनाया निशाना
विहिप अध्यक्ष ने यह भी कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के घर, मकान, दुकान, ऑफिस, व्यवसायिक प्रतिष्ठान व महिलाएं, बच्चे व उनकी आस्था व विश्वास के केंद्र मंदिर व गुरुद्वारे तक सुरक्षित नहीं हैं। कहा जा सकता है कि वहां पीड़ित अल्पसंख्यकों की हालत बद से भी बदतर होती जा रही है। यह स्थिति चिंतनीय है।उन्होंने कहा कि ऐसे में विश्व समुदाय की यह जिम्मेवारी है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा व मानवाधिकारों की रक्षा के लिए प्रभावी कार्यवाही करें।
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