Delhi Boycott of Chinese Goods: दिल्ली की मस्जिदों और मदरसों से आएगी आवाज- चीनी सामान का करो बहिष्कार
BoyCott Chinese Goods चीनी उत्पादों के बहिष्कार में मुस्लिम समाज भी मजबूती से खड़ा हुआ इसलिए इस अभियान से देशभक्ति के साथ ही चीन के खिलाफ कड़ा संदेश दिया जाएगा।
By JP YadavEdited By: Updated: Wed, 12 Aug 2020 12:56 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। BoyCott Chinese Goods: इस स्वतंत्रता दिवस पर मस्जिदों और मदरसों से चीनी सामानों के बहिष्कार की तकरीरें गूंजेंगी। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने इसके लिए धार्मिक स्थलों और शिक्षण संस्थानों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। मंच की कोशिश है कि धार्मिक गतिविधियों के केंद्र से ही नहीं, बल्कि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में मौजूद घरों, दुकानों से भी यही आवाज निकले और तिरंगा फहराकर राष्ट्रभक्ति की भावना को और मजबूती दी जाए।
मंच के राष्ट्रीय प्रवक्ता यासिर जिलानी ने कहा कि यह अभियान अहम है। इससे यह संदेश जाएगा कि मुस्लिम समुदाय खासकर युवा देश विरोधी तत्वों से गुमराह होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि चीन ने जब भारतीय सेना के जवानों पर कायरतापूर्ण हमला किया तो चीनी उत्पादों के बहिष्कार में मुस्लिम समाज भी मजबूती से खड़ा हुआ, इसलिए इस अभियान से देशभक्ति के साथ ही चीन के खिलाफ कड़ा संदेश दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस तरह की मुहिम तो मंच द्वारा हर वर्ष चलाई जाती है। इस बार इससे मकान, दुकान, कारखाने, खेत-खलिहान को भी जोड़ने की कोशिश है। दिल्ली में ही ओखला बाटला, जामा मस्जिद, निजामुद्दीन बस्ती, त्रिलोकपुरी, जाफराबाद व सीलमपुर जैसे मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में इस अभियान का व्यापक असर देखने को मिलेगा।
गौरतलब है कि देश भर के खुदरा व्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने भी चीनी सामान का बहिष्कार करने की अपील की है। कैट का लक्ष्य है कि दिसंबर 2021 तक भारत द्वारा चीनी सामानों के आयात में लगभग 13 बिलियन डॉलर यानी 1.5 लाख करोड़ रुपए के उत्पाद कम किये जा सकते हैं। वह जून महीने से ही चीनी सामानों के बहिष्कार की मुहिम चलाए हुए है।
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