काम करते हुए लगता है डर, कहीं गिर न जाए भवन
कार्यालय का भवन पुराना होने के कारण सड़क से नीचे पड़ गया है। जिससे बरसात के बाद कार्यालय के परिसर में पानी भर जाता है।
नई दिल्ली (पुष्पेंद्र कुमार)। दिलशाद गार्डन स्थित दूरभाष केंद्र के भवन का बुरा हाल है। इसमें काम करने वाले कर्मचारी डरे रहते हैं कि कहीं भवन गिर न जाए। एक तरफ जर्जर भवन से जान को खतरा है तो दूसरी तरफ यहां फैली गंदगी से स्वास्थ्य को। आसपास फैली गंदगी के कारण काम करने वाले कर्मचारी ही नहीं, यहां के लोग भी परेशान हैं। महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) विभाग का कार्यालय अत्यंत जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है। कार्यालय की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें हो गई हैं।
भवन इतना जर्जर हो गया है कि बरसात में कभी भी गिर सकता है। भवन की दीवारों और छत का प्लास्टर जगह-जगह उखड़ा पड़ा है। छत का प्लास्टर गिरने लगा है, इसकी वजह से इसमें से सरिया भी नजर आने लगा है। इस कार्यालय में कार्यरत कर्मचारी भगवान भरोसे कार्य करने को मजबूर हैं। छत व दीवारों में से पेड़ों की जड़ें कमरों में पहुंच चुकी हैं। कर्मचारियों ने बताया कि भवन काफी पुराना है। सड़क निर्माण के दौरान भवन नीचा पड़ गया। जिससे बरसात के दौरान कार्यालय के परिसर में पानी भर जाता है। इसके अलावा यहां स्वच्छता अभियान पर भी पलीता लगा हुआ है। दूरभाष केंद्र के अधिकारी सरकार के अभियान की अनदेखी करने में लगे हैं।
कार्यालय के परिसर में उपभोक्ताओं के लिए लगी पीने के पानी की मशीन कई महीनों से खराब पड़ी हुई है। साथ ही कार्यालय के एक छोर में कबाड़ पड़ा हुआ है जहां बरसात के बाद पानी भरा रहता है। बरसात के जमे पानी में डेंगू के लार्वा पनपने की खतरा बना हुआ है। कार्यालय में बना शौचालय भी जर्जर हालत में है। उभोक्ताओं की सुविधा के लिए बनाए गए शौचालय में उठ रही बदबू से लोग मुंह व नाक दबाकर जाने को मजबूर हैं। इस संबंध में जब भवन के इंचार्ज एके सिंह से बात की गई तो वह नाराज हो गए। उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से भी इन्कार कर दिया।
कार्यालय के परिसर में रखे कबाड़ में बरसात का पानी भरा पड़ा है, जिसमें डेंगू पनप रहे हैं। कार्यालय में सफाई व्यवस्था ठप पड़ी हुई है। उपभोक्ताओं के लिए पीने के पानी की भी व्यवस्था नहीं है। परिसर में लगी पानी पीने की मशीन कई महीनों से खराब पड़ी हुई है।- दीपक शर्मा, पूर्व सदस्य, टेलीफोन सलाहकार समिति
कार्यालय का भवन पुराना होने के कारण सड़क से नीचे पड़ गया है। जिससे बरसात के बाद कार्यालय के परिसर में पानी भर जाता है। लोगों को बिल का भुगतान करने के लिए पानी से होकर गुजरना पड़ता है। -सुभाष सब्बरवाल, उपभोक्ता