क्या है दिल्ली का विंटर एक्शन प्लान? 10 प्वाइंट्स में समझिए सबकुछ; क्या सर्दियों में सबको मिलेगा वर्क फ्रॉम होम?
Winter Action Plan 2024 राजधानी दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने विंटर एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। इस बार आप सरकार ने विंटर एक्शन प्लान की थीम मिलकर चलें प्रदूषण से लड़ें रखी है। मंत्री गोपाल राय ने बताया कि अगर सर्दियों में प्रदूषण बढ़ा तो ऑड-ईवन लागू किया जाएगा। साथ ही सबको वर्क फ्रॉम होम भी दिया जा सकता है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Winter Action Plan सर्दी शुरू होने से पहले प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार चिंता में है। इससे बचने के लिए केजरीवाल सरकार तैयारी में जुटी है। हालांकि, राजधानी में रहने वाले लोगों को हर साल सर्दी आते ही टेंशन होने लगती है। Delhi Air Pollution क्योंकि प्रदूषण से बचने के लिए दिल्ली सरकार नए-नए तरीके अपनाती है ताकि दिल्ली की जनता को कम से कम परेशानी का सामना करना पड़े। लेकिन इससे जनता को परेशानी भी झेलनी पड़ती है। आइए आज हम आपको इस लेख में बताएंगे कि आखिर विंटर एक्शन प्लान क्या होता है और इसे लागू करने से क्या-क्या परेशानी व फायदा होता है?
प्रदूषण बढ़ने से सांसों पर बढ़ जाता है खतरा
Delhi Odd Even Scheme दिल्ली-एनसीआर में फिलहाल वायु गुणवत्ता 200 से ऊपर चल रही है, जो कि खराब श्रेणी में आती है। लेकिन इसके बढ़ने से राजधानी दिल्ली की जनता के लिए और खतरा पैदा हो सकता है। लेकिन जैसे ही वायु गुणवत्ता 400 से ऊपर पहुंच जाती है तो लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। 300 से 400 के बीच वायु गुणवत्ता बेहद खराब मानी जाती है। वहीं, वायु गुणवत्ता 400 से ऊपर होने के बाद बेहद गंभीर स्थिति हो जाती है।प्रदूषण से लड़ने की तैयारी शुरू
Delhi AQI दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को कम करने की तैयारी शुरू कर दी है। प्रदूषण से लड़ने के लिए सरकार दिल्ली की जनता को जागरूक कर रही है। वहीं, आप सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर लोगों को जानकारी दी कि अगर सर्दियों में प्रदूषण बढ़ता है तो Odd Even Plan ऑड-ईवन लागू किया जा सकता है। गोपाल राय ने बताया कि विंटर एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है और इस बार इसकी थीम मिलकर चलें, प्रदूषण से लड़ें रखी गई है।मंत्री गोपाल राय ने चेताया
पर्यावरण मंत्री गोपाल (Gopal Rai) ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि सभी एजेंसियों-निजी और सरकारी दफ्तरों के पास 7 अक्टूबर तक का समय है। राय ने कहा कि अगर वे 7 अक्टूबर तक मापदंडों पर खरे नहीं उतरे तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। इसके लिए 500 मीटर से अधिक के सभी निर्माण स्थलों पर गाइडलाइन जारी कर दी गई है।चार चरणों के नियम-
- पहली स्टेज में "खराब" वायु गुणवत्ता AQI 201-300 होने पर अधिक पुराने डीजल/पेट्रोल वाहनों पर नियमों का सख्त पालन कराना।
- दूसरी स्टेज में "बहुत खराब" वायु गुणवत्ता AQI 301-400 पहुंचने पर प्रदूषण हॉटस्पॉट में केंद्रित कार्रवाई की जाती है।
- तीसरी स्टेज में "गंभीर" वायु गुणवत्ता AQI 401-450 पर कुछ जिलों में विशिष्ट वाहनों पर प्रतिबंध लगाया जाता है। वहीं स्कूलों में छोटे छात्रों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था शुरू कराई जाती है।
- चौथी स्टेज में "गंभीर से अधिक वायु गुणवत्ता AQI 450 पहुंचने पर दिल्ली के बाहर से आने वाले वाहनों प्रतिबंध लगाया जाता है। शैक्षणिक संस्थानों और गैर-जरूरी व्यवसायों के बंद होने की संभावना होती है।
AQI क्या है?
- एक्यूआई जब 0 से 50 के बीच होता है तो उसे अच्छा माना जाता है।
- जब AQI 51 से 100 के बीच होता तो उसे संतोषजनक माना जाता है।
- 101 से 200 के बीच होने से इसे मध्यम माना जाता है।
- 201 से 300 होने पर वायु गुणवत्ता खराब स्थिति में हो जाती है।
- AQI 301 से 400 होने पर बहुत खराब माना जाता है।
- एक्यूआई 401 से 450 या फिर 450 से ऊपर होने पर गंभीर स्तिथि में माना जाता है। इस स्थिति में लोगों को सांस लेने में भी काफी दिक्कत होने लकती है।
विंटर एक्शन प्लान के 10 महत्वपूर्ण प्वाइंट्स
1. हॉट स्पॉट की ड्रोन के द्वारा निगरानी2. प्रदूषण को रोकने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन3. धूल प्रदूषण पर नियंत्रण4. मोबाइल एंटी स्मॉग गन का संचालन5. वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर नियंत्रण 6. पटाखों पर प्रतिबंध7. वर्क फ्रॉम होम8. स्वैच्छिक रूप से निजी वाहनों पर अंकुश लगाना9. ऑड-ईवन10. कृत्रिम वर्षापिछले कुछ सालों में प्रदूषण से इन कामों पर भी लगी रोक
- भट्ठियां जलाने पर पाबंदी लगाई गई।
- हाथ सेंकने के लिए हीटर पर पाबंदी लगाई गई।
- अलाव जाने पर रोक लगाई गई।
- निर्माण कार्य पर रोक लगा दी जाती है।
- तंदूर पर रोक लगा दी जाती है।