G20 Summit 2023: क्या है जी-20 Logo और इसका महत्व? देश-दुनिया की इन चीजों से है प्रेरित
G20 Summit 2023 विश्व होने वाले व्यापार का 75 प्रतिशत से ज्यादा व्यापार इन देशों के बीच होता है। यह भी दिलचस्प है कि इन बीस देशों में ही विश्व की एक-तिहाई जनसंख्या भी रहती है। जी-20 की अध्यक्षता रोटेशन के आधार पर मिलती है और सम्मेलन की मेजबानी कर रहे देश को ही इसके लोगो और थीम आदि का काम तय करना पड़ता है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। भारत इस साल जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit 2023) की अध्यक्षता कर रहा है, जिसके लिए बीते एक साल से देश के विभिन्न राज्यों में सम्मेलन हो रहे थे। अब शिखर सम्मेलन की अंतिम बैठक 9 और 10 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होनी है, जिसमें सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष व कई मेहमान देशों के राष्ट्राध्यक्ष, मंत्री, अफसर आदि शामिल होंगे।
अगर जी-20 समूह की बात करें तो यह ऐसा विश्व के 20 विकसित और विकासशील देशों का ऐसा समूह है जिनकी इकोनॉमी विश्व की जीडीपी का कुल 80 प्रतिशत है। विश्व होने वाले व्यापार का 75 प्रतिशत से ज्यादा व्यापार इन देशों के बीच होता है। यह भी दिलचस्प है कि इन बीस देशों में ही विश्व की एक-तिहाई जनसंख्या भी रहती है।
इन्हीं आंकड़ों से स्पष्ट हो जाता है कि जी-20 का यह समूह वैश्विक रूप से कितना अहम है। अगर भारत को इसकी अध्यक्षता मिली है तो वह भी एक बड़ी बात है। जी-20 की अध्यक्षता रोटेशन के आधार पर मिलती है और सम्मेलन की मेजबानी कर रहे देश को ही इसके लोगो और थीम आदि का काम तय करना पड़ता है।
क्या है जी-20 के लोगो का महत्व?
इसी के तहत भारत ने भी इस साल के G20 Summit का लोगो और थीम रखा है। भारत ने इस बार कमल के फूल के साथ धरती को अपना लोगो बनाया है और संस्कृत की सूक्ति 'वसुधैव कुटुंबकम' को थीम निर्धारित किया है जिसका अर्थ होता है, एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य। इस लोगो के साथ ही देश का नाम भारत भी लिखा है।
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सरकार ने लोगो जारी करते हुए इसके बारे में भी बताया था। यह बात हम जी-20 की वेबसाइट पर भी देख सकते हैं। अगर आप देखेंगे तो लोगो में कमल का फूल तीन रंग का है जो देश के झंडे से लिया गया है और वो रंग है- केसरिया, सफेद, हरा और नीला।
देश का राष्ट्रीय फूल कमल संघर्ष के बीच भी फलने-फूलने की भावना को दर्शाता है। वहीं धरती से मतलब है कि भारत कैसे धरती के साथ सामंजस्य बैठाते हुए और उसका ख्याल रखते हुए अपना विकास कर रही है।
हताशा के समय में आशा देता है जी-20 का Logo
प्रधानमंत्री ने भी लोगो के अनावरण के दौरान कहा था कि भारत के पास जी-20 की अध्यक्षता एक ऐसे समय में आ रही है जब पूरा विश्व एक क्राइसिस से गुजर रहा है। सदियों में एक बार आने वाली कोरोना जैसी महामारी के आफ्टर इफेक्ट से लोग गुजर रहे हैं।
ऐसे में जी-20 का लोगो इस हताशा के समय में भी आशा देता है कि हम जरूर सभी परेशानियों से पार पाते हुए कमल की तरह ही खिल उठेंगे। यहां तक कि अगर पूरी दुनिया में भी क्राइसिस है तब भी हम विकास कर सकते हैं और दुनिया को एक अच्छी जगह बना सकते हैं।