Noida Twin Tower Demolition: क्या था दोनों टावर का प्रोजेक्ट, 28 अगस्त को 9 सेकेंड में धराशायी होगी बिल्डिंग
Noida Twin Tower Demolition राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में 28 अगस्त को सुपरटेक के दोनों टावर को ढहाया जाएगा। इन टावरों का निर्माण नियमों की अनदेखी कर किया गया था। टावरों को गिराने के लिए 3500 बारूद लगाया गया है।
By Abhishek TiwariEdited By: Updated: Thu, 25 Aug 2022 12:57 PM (IST)
नोएडा, जागरण डिजिटल डेस्क। Noida Supertech Twin Towers Demolition: नोएडा के सेक्टर-93 ए स्थित सुपरटेक के दोनों टावर (एपेक्स-सियान) को गिराने का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। दोनों टावर को 28 अगस्त की दोपहर को जमींदोज किया जाएगा।
इसके लिए बिल्डिंग में विस्फोटक लगाने का काम पूरा किया जा चुका है। दोनों टावर को बनाने का प्रोजेक्ट वर्ष 2004 में शुरू किया गया था।
बता दें कि सुपरटेक प्रबंधन द्वारा इन टावरों के निर्माण में नियमों में अनदेखी करने का आरोप लगाया था। सुप्रीम कोर्ट ने 31 अगस्त 2021 को ट्विन टावरों को अवैध करार दिया था। इसके बाद से दोनों टावर ढहाए की तारीख आगे बढ़ती रही।
ये था दोनों टावर का प्रोजेक्ट
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- 23 नवंबर 2004 को एम्राल्ड कोर्ट का निर्माण शुरू हुआ।
- इसका निर्माण 48 हजार 260 वर्ग मीटर जमीन पर किया जाना था।
- शुरुआत में इन टावर का निर्माण ही नहीं किया जाना था। 14 टावर का नक्शा पास किया गया, ये सभी टावर नौ मंजिल के होने थे।
- 21 जून 2006 को एक सप्लीमेंट्री लीज डीड कर इस भूखंड में 6556.1 वर्ग मीटर जमीन और दी गई।
- यह जमीन हरित क्षेत्र के लिए थी। इस पर निर्माण 2006 में शुरू किया गया।
- कितने बायर्स - 935
- कैसा ढांचा - 32 मंजिल और 29 मंजिल
- कब शुरू हुआ - जुलाई 2006 में बनना शुरू हुआ
- पहली बार 29 दिसंबर 2006 में मानचित्र में संशोधन हुआ।
- दूसरी बार 26 नवंबर 2009 में माचित्र में संशोधन हुआ।
- कब तक चला निर्माण- दोनों टावर का निर्माण कार्य 2 मार्च 2012 तक चला।
- कितने दिन लगे - करीब सात वर्ष का समय लगा।
- कितना बजट लगा- करीब 400 करोड़ रुपये।
- सात लाख स्क्वायर फीट में 915 फ्लैट बने हैं इसके अलावा 21 दुकानें, दो बेसमेंट हैं।
- क्या है दोनों टावर की भौगोलिक स्थिति - टावर सेक्टर-93-ए में नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के पास स्थित हैं।
- दोनों टावर के ध्वस्तीकरण में 17.55 करोड़ खर्च होंगे।