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कौन हैं BJP छोड़ AAP में शामिल होने वाले ब्रह्म सिंह तंवर? दिल्ली विधानसभा चुनाव में दो सीटों पर सीधा असर

Who is Brahm Singh Tanwar दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली में दीवाली पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बड़ा झटका लगा है। बीजेपी के दिग्गज नेता और तीन बार के विधायक ब्रह्म सिंह तंवर ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी (आप) का दामन थाम लिया। ब्रह्म सिंह का दिल्ली विधानसभा की दो सीटों पर दबदबा है जिसका फायदा आने वाले चुनाव में AAP बखूबी उठाना चाहेगी।

By V K Shukla Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Fri, 01 Nov 2024 12:30 PM (IST)
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Brahm Singh Tanwar: कमजोर कड़ियों को मजबूत करने में जुटी आप। फाइल फोटो
वी के शुक्ला, नई दिल्ली। Brahm Singh Tanwar joins AAP: आम आदमी पार्टी भले ही दिल्ली में 10 साल से पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में है, मगर कुछ सीटों को लेकर उसे डर सता रहा है। शायद यही कारण है कि आप फरवरी में होने जा रहे दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2025) को ध्यान में रखकर कमजोर कड़ियों को मजबूत करने में लगी हुई है।

सीलमपुर से मजबूत कांग्रेस नेता को कुछ दिन पहले पार्टी में शामिल कराए जाने के बाद दक्षिणी दिल्ली सीट से तीन बार विधायक रहे भाजपा नेता ब्रह्म सिंह तंवर को आप में शामिल करा लिया है। उन्हें खुद अरविंद केजरीवाल ने पार्टी में शामिल कराया है।

इस सीट पर AAP को चाहिए था मजबूत उम्मीदवार

इसी छतरपुर विधानसभा सीट से चार माह पहले भाजपा ने उस समय के तत्कालीन विधायक करतार सिंह तंवर को तोड़ लिया था। तंवर ने आप और विधायक पद से इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाइन कर ली थी। इस सीट पर आप को मजबूत प्रत्याशी की कमी खल रही थी। तंवर की इस सीट से मजबूत दावेदारी मानी जा रही है।

ब्रह्म सिंह तंवर के पार्टी में शामिल होने पर केजरीवाल ने कहा कि तंवर दिल्ली के एक प्रमुख नेता हैं, जो छतरपुर और महरौली निर्वाचन क्षेत्रों से तीन बार विधायक रह चुके हैं। उनके शामिल होने से आप परिवार और मजबूत होगा।

वहीं तंवर ने कहा कि वह केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की कार्यशैली और लोगों की सेवा के प्रति उत्साह से प्रभावित हैं और उन्होंने आप के लिए समर्पण के साथ काम करने का वादा किया।

फोटो सोशल मीडिया।

कौन हैं ब्रह्म सिंह तंवर

ब्रह्म सिंह तंवर तीन बार विधायक रह चुके हैं। वे एक बार पार्षद भी रह चुके हैं। उनका छतरपुर और महरौली इलाके में वजूद माना जा रहा है। उन्हें दिल्ली भाजपा का कद्दावर नेता माना जाता था। वे पार्टी की स्थापना के समय से जुड़े थे और आपातकाल के दौरान जेल जा चुके हैं। उन्होंने 1977 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पहला चुनाव लड़ा और पार्षद चुने गए।

ज्ञात हो कि चार महीने पहले आप विधायक करतार सिंह तंवर ने आप सरकार में पूर्व मंत्री राज कुमार आनंद के साथ भाजपा ज्वाइन कर ली थी।करतार सिंह तंवर 2020 के विधानसभा चुनाव में आप के टिकट पर चुने गए थे।

वे दिल्ली जल बोर्ड में एक जूनियर इंजीनियर थे। उन्होंने 2007 में अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। आप से पहले वह भाजपा में थे। इस तरह एक तरह से उन्होंने घर वापसी की है। वह दिल्ली नगर निगम में पार्षद भी रह चुके हैं। दोनों तंवर के चलते आगामी विधानसभा चुनाव में छतरपुर सीट पर मुकाबला कांटे का होने की उम्मीद जताई जा रही है।

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