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कौन है ISIS मॉड्यूल का आतंकी रिजवान? 15 अगस्त से पहले गिरफ्तार, खौफनाक इरादे लेकर पहुंचा था दिल्ली

ISIS Module Terrorist Rizwan Ali राजधानी दिल्ली में खौफनाक इरादे लेकर आया ISIS मॉड्यूल का आतंकी रिजवान अली गिरफ्तार हो गया है। वहीं 15 अगस्त से पहले आतंकी रिजवान को पकड़कर पुलिस ने बड़ी साजिश को नाकाम किया है। आतंकी रिजवान एनआईए का मोस्ट वांटेड आतंकी था और एनआईए ने उस पर तीन लाख का इनाम रखा हुआ था। NIA और पुलिस डेढ़ साल से उसकी तलाश कर रही थी।

By Kapil Kumar Edited By: Kapil Kumar Updated: Fri, 09 Aug 2024 08:28 PM (IST)
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ISIS मॉड्यूल के आतंकी रिजवान अली को गिरफ्तार। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। ISIS Module Terrorist Rizwan Ali दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले राजधानी से आईएसआईएस (ISIS) मॉड्यूल के आतंकी रिजवान अली को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की है। वह एनआईए का मोस्ट वांटेड आतंकी था और एनआईए (NIA) ने उस पर तीन लाख का इनाम रखा हुआ था।

करीब डेढ़ साल से एनआईए, पुणे पुलिस व स्पेशल सेल उसकी तलाश कर रही थी। एनआईए के दो केस में वह वांटेड था। रिजवान अली से फिलहाल स्पेशल सेल ही गहन पूछताछ करेगी। उसके बाद उसे एनआईए को सौंप दिया जाएगा।

मॉड्यूल के 7 आतंकियों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका

वहीं, शुरुआती पूछताछ से पता चला है कि रिजवान व पुणे मॉड्यूल के आतंकियों ने पिछले साल आईईडी बनाकर राजधानी में कई जगहों पर जंगलों में टेस्टिंग भी की थी। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के निर्देश पर पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने इस मॉड्यूल के आतंकियों की आईएसआईएस के लिए काम करने की बात बताकर ऑनलाइन भर्ती की थी। इस मॉड्यूल के सात आतंकियों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।

एडिशनल पुलिस कमिश्नर, स्पेशल सेल, प्रमोद सिंह कुशवाहा के मुताबिक, 30 वर्षीय आतंकी रिजवान अली दरियागंज के फैज बाजार का रहने वाला है। सूत्रों की मानें तो वह साथियों के साथ मिलकर दिल्ली के कई वीआईपी इलाके की रेकी कर चुका है। स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले यह मॉड्यूल दिल्ली में कुछ बड़ा करने के फिराक में थे, इससे पहले सेल ने उसे दबोच लिया।

30 बोर की स्टार पिस्टल

पुलिस ने रिजवान के पास से प्वाइंट 30 बोर की स्टार पिस्टल, तीन कारतूस व दो मोबाइल बरामद किए गए हैं। रिजवान से पूछताछ कर सेल इस मॉड्यूल में शामिल अन्य आतंकियों के बारे में पता लगा रही है ताकि उन्हें भी दबोचा जा सके।

आठ अगस्त को सेल को सूचना मिली कि एनआईए के दो केस में वांछित आतंकवादी रिजवान अली गंगा बक्श मार्ग स्थित बायोडायवर्सिटी पार्क के पास आने वाला है। एसीपी ललित मोहन नेगी के नेतृत्व में सेल की टीम ने रात 11 बजे उसे दबोच लिया।

स्पेशल सेल में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई

इस संबंध में स्पेशल सेल में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पिछले साल एटीएस, कालाचौकी, मुंबई व दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस मॉड्यूल के आतंकियों के खिलाफ दो अलग-अलग मामला दर्ज किया था। जिन्हें बाद में विस्तृत जांच के मकसद से गृह मंत्रालय के निर्देश पर एनआईए को ट्रांसफर कर दिया गया।

हैदराबाद के कुरमागुडा का रहने वाला फरहतुल्ला गौरी उर्फ एफजी पिछले कई सालों से पाकिस्तान में छिपा है। लश्कर ने उसे अपना हैंडलर बना लिया है। बताया जाता है कि पाकिस्तान में बैठे हैंडलर फरहतुल्ला गौरी व साहिद फैसल ने आईएसआई के निर्देश पर आईएसआईएस के लिए पुणे मॉड्यूल की ऑनलाइन भर्ती की थी।

मॉड्यूल ने पहले पुणे में अपना ठिकाना बनाया

ऐसा इसलिए किया था ताकि आतंकी हमले होने पर जांच में आईएसआईएस का नाम सामने आए और पाकिस्तान का नाम बदनाम न हो। भर्ती होने के बाद इस मॉड्यूल ने पहले पुणे में अपना ठिकाना बनाया। वहां रहकर इन लोगों ने दूसरों की प्रॉपर्टी पर कब्जा कर उसे बेचकर पैसा इकट्ठा करना शुरू किया और उक्त पैसों का इस्तेमाल जिहाद के लिए खर्च करने लगे। इतना ही नहीं इस मॉड्यूल के आतंकियों ने वाहन चोरी कर उससे रात के समय आपराधिक वारदात करना शुरू किया।

भागने में कामयाब हो गया था रिजवान अली

वहीं, इसकी भनक लगने पर करीब डेढ़ साल पहले पुणे पुलिस ने गश्त के दौरान इमरान व युनूस साकी को चोरी की कार के साथ गिरफ्तार कर लिया था। वहां से रिजवान अली भागने में कामयाब हो गया था। तभी से वह फरार था। पुणे एटीएस के इनपुट पर स्पेशल सेल ने पिछले साल एक अक्टूबर को इसी मॉड्यूल के तीन अन्य आतंकी मोहम्मद शाहनवाज उर्फ शैफी उज्जमा को दिल्ली के जैतपुर, मोहम्मद रिजवान अशरफ को लखनऊ व मोहम्मद अरशद वारसी को मुरादाबाद से गिरफ्तार किया गया।

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शाहनवाज पर एनआईए की तरफ से तीन लाख का इनाम था। तीनों 2018 में जामिया नगर में एक साथ रहे थे। तभी से वे एक-दूसरे को जानते थे। रिजवान अली उस दौरान शाहनवाज की बहन, पत्नी व अपनी पत्नी को लेकर दिल्ली से भागने में कामयाब हाे गया था।

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