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Arvind Kejriwal: कौन होगा दिल्ली का नया CM? चौंका देगी केजरीवाल की रणनीति; दो नामों पर चर्चा तेज

Arvind Kejriwal Resignation अरविंद केजरीवाल ने रविवार को मुख्यमंत्री पद से दो दिन में इस्तीफा देने का एलान कर दिया। उनके इस्तीफे के बाद नए सीएम के नाम को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। पार्टी मुख्यमंत्री पद के लिए सुनीता केजरीवाल या आतिशी पर दांव लगा सकती है। इसके अलावा सीएम पद के लिए कोई नया नाम भी सामने आ सकता है।

By V K Shukla Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Sun, 15 Sep 2024 03:39 PM (IST)
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अरविंद केजरीवाल ने दो दिन में इस्तीफा देने का एलान किया। (फोटो- सोशल मीडिया)

वीके शुक्ला, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफे की घोषणा कर बड़ दांव खेला है। मुख्यमंत्री पद छोड़ने की घोषणा कर केजरीवाल ने विरोधियों को जवाब देने के साथ जनता की अपने साथ और मजबूती से जोड़ने का प्रयास किया है।

भाजपा के इस आरोप का जवाब दिया है कि वह कुर्सी नहीं छोड़ना चाहते हैं। वहीं जनता में भी संदेश दे दिया है वह कुर्सी से उन्हें बहुत लगाव नहीं है। केजरीवाल ने यह दांव खेलकर हमलावर हो चुके विपक्षियों का मुंह बंद करने की कोशिश की है। इस घोषणा के साथ उन्होंने अपनी कट्टर ईमानदार की छवि को मजबूत करने का प्रयास किया है।

आप इसका लाभ हरियाणा और दिल्ली विधानसभा चुनाव में उठाने की कोशिश करेगी। पहली बार कांग्रेस के साथ मिलकर 48 दिनों की सरकार बनाने के बाद केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद अगले विधानसभा चुनाव में आप को 70 में से 67 सीटें मिली थी। इसे भले ही आम आदमी पार्टी नहीं मानें मगर जेल जाने से केजरीवाल की छवि पर असर पड़ा है।

कौन बनेगा अगला सीएम?

मुख्यमंत्री पद के लिए आम आदमी पार्टी सुनीता केजरीवाल या आतिशी पर दांव लगा सकती है। इसके अलावा इस पद के लिए चौंकाने वाला कोई नया नाम भी आ सकता है। बहरहाल आप इस मामले में दो दिन बाद अपने पत्ते खोलेगी।

केजरीवाल ने अपने संबोधन में कहा कि, "मैं मुख्यमंत्री पद पर नहीं बैठूंगा। मनीष सिसोदिया भी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। पार्टी का कोई और नेता सीएम पद संभालेगा। हालांकि इसका फैसला दो दिन बाद होने वाली विधायक दल की बैठक में होगा।

दो दिन में इस्तीफा देंगे केजरीवाल

केजरीवाल का मतलब आम आदमी पार्टी से है, केजरीवाल को खुद एक पार्टी के रूप में देखा जा रहा है। दूसरे शब्दों में कहें तो आम आदमी पार्टी की छवि ही केजरीवाल से है। विपक्षी दलों की साजिश बताकर आप के नेता यह बात पिछले एक साल से हर मंच पर कह रहे हैं कि केजरीवाल की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है।

पार्टी की छवि साफ करने के लिहाज से खेला दांव

रविवार को केजरीवाल ने पार्टी कार्यालय में आयोजित जिस कार्यक्रम में दो दिन में सीएम पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। इस कार्यक्रम में अपनी छवि पर उठाए जा रहे सवालों का भी जिक्र किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें भाजपा द्वारा चोर कहा जा रहा है। यह सब ऐसे मुद्दे हैं जो इन्हें अहसास करा रहे थे कि भाजपा द्वारा उनके खिलाफ आक्रामक तरीके से चलाए जा रहे अभियान से कहीं न कहीं उन्हें नुकसान हो रहा है।

इससे पहले उन्होंने अपने बारे में भी लोगों को बताया कि वह दिल्ली की जनता के लिए काम इसलिए करा सके क्योंकि वह ईमानदार थे। उन्होंने स्कूल अच्छे किए हैं, अस्पताल अच्छे किए हैं, बिजली-पानी फ्री दे रहे है, महिलाओं को बसों में मुफ्त यात्रा दे रहे हैं। यह सब इसलिए कर पा रहे हैं क्योंकि उनकी सरकार ईमानदार सरकार है। यहां गौरतलब है कि यह सब बताने के पीछे जनता को यह फिर से याद दिलाना था कि वह ईमानदार हैं और ईमानदारी से काम कर रहे हैं।

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