G20 Summit के दौरान दिल्ली के कौन से बाजार खुले रहेंगे, कौन से रहेंगे बंद; जानिए पूरी डिटेल
जी- 20 सम्मेलन के दौरान पुरानी दिल्ली के थोक बाजार बंद नहीं होंगे। जी-20 सम्मेलन के प्रतिबंध वाले क्षेत्र से पुरानी दिल्ली के थोक बाजारों को बाहर रखा गया है। सम्मेलन के अंतिम दिन 10 सितंबर को रविवार को साप्ताहिक बंदी होने के चलते ये बाजार जरूर बंद रहेंगे। बाकी आठ और नौ सितंबर को सामान्य कारोबारी दिनों की तरह गतिविधियां होंगी।
By Nimish HemantEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Thu, 07 Sep 2023 11:35 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जी- 20 सम्मेलन के दौरान पुरानी दिल्ली के थोक बाजार बंद नहीं होंगे, लेकिन इन दिनों कारोबार के 30 से 50 प्रतिशत ही होने का अनुमान है। जी-20 सम्मेलन के प्रतिबंध वाले क्षेत्र से पुरानी दिल्ली के थोक बाजारों को बाहर रखा गया है। इसलिए चांदनी चौक, खारी बावली, सदर बाजार, कूचा महाजनी, कश्मीरी गेट, भागीरथ पैलेस समेत अन्य बाजार आम दिनों की तरह ही खुले रहेंगे।
रविवार को साप्ताहिक बंदी के कारण बंद रहेंगे बाजार
हालांकि, सम्मेलन के अंतिम दिन 10 सितंबर को रविवार को साप्ताहिक बंदी होने के चलते ये बाजार जरूर बंद रहेंगे। बाकी आठ और नौ सितंबर को सामान्य कारोबारी दिनों की तरह गतिविधियां होंगी। फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन (फेस्टा) के महामंत्री राजेंद्र शर्मा के मुताबिक, पुरानी दिल्ली के थोक बाजारों के 80 प्रतिशत से अधिक कारोबारी दिल्ली के विभिन्न इलाकों के साथ ही एनसीआर के शहरों में रहते हैं।
जिस तरह से बॉर्डर तथा जगह-जगह रास्ते में रोक होगी, उसमें ये व्यापारी अपने कारोबारी प्रतिष्ठान आने से बचना चाहेंगे। इसी तरह की स्थिति कर्मचारियों तथा खरीदारों के सामने भी रहने की आशंका है, क्योंकि ट्रेन और बस सेवा भी प्रभावित रहेगी, जबकि दरियागंज के बाजारों को लेकर अभी भी भ्रम की स्थिति है।
दरियागंज ट्रेडर्स एसाेसिएशन के महामंत्री मनीष सेठ ने कहा कि बंदी का आर्डर नहीं है फिर भी संशय की स्थिति नहीं है, क्योंकि यह इलाका राजघाट और जामा मस्जिद-चांदनी चौक के नजदीक स्थित है। वैसे पुरानी दिल्ली के दुकानदार आशांवित है कि जी-20 देशों से आने वाले विदेशी मेहमान भारत को जानने के लिए उनके बाजार आ सकते हैं। इसमें चांदनी चौक प्रमुख है।
इसी तरह जामा मस्जिद व लालकिला भी उनका प्रमुख केंद्र हो सकता है। जहां खरीदारी के साथ पुरानी दिल्ली के जायकों का स्वाद भी ले सकते हैं। इसलिए कई बाजार संगठनों ने विदेशी मेहमानों के स्वागत को लेकर पोस्टर लगा रखे हैं तथा अपने स्तर से सजावट की है।
राजेंद्र शर्मा कहते हैं कि विदेशी मेहमानों के आने की उम्मीद है, इसके लिए पुरानी दिल्ली के बाजारों ने बड़ी उम्मीद लगा रखी है। वैसे, इसके मद्देनजर इन बाजारों में सफाई तथा अतिक्रमण हटाने पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।