Delhi Airport News: तस्करी कर भारत ला रही थी 25 लाख रुपये मूल्य के डालर, दिल्ली एयरपोर्ट पर महिला गिरफ्तार
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के कर्मियों ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे एक महिला को गिरफ्तार किया है। यह महिला 25 लाख रुपये मूल्य के डालर तस्करी कर भारत ला रही थी। फिलहाल महिला से पूछताछ जारी है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पालम स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक ऐसी महिला पकड़ी गई है, जो तस्करी के जरिये 25 लाख रुपये मूल्य के डॉलर भारत लेकर आ रही थी। वह किस देश से भारत आ रही थी, इसका पता नहीं चल पाया है।
जागरण संवाददाता गौतम कुमार मिश्रा के मुताबिक, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के कर्मियों ने आइजीआइ एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर 25 लाख रुपये मूल्य के डालर की तस्करी करने की कोशिश कर रही एक महिला को पकड़ा है। सीआइएसएफ ने आरोपित महिला को कस्टम के हवाले कर दिया, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल महिला से पूछताछ की जा रही है।
सैकड़ों लोगों के साथ ठगी कर चुका दंपती गिरफ्तार
ज्यादा ब्याज दर पर पैसे लौटाने के बहाने लोगों से रकम निवेश करवाकर ठगी करने वाले दंपती को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। दंपती को कई मामले में कोर्ट ने भगौड़ा घोषित कर रखा था। इन पर 25-25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित था। आरोपित सत्य प्रकाश भारद्वाज उर्फ सत्येन्द्र आर्या व सुमन आर्या जहांगीरपुरी के रहने वाले हैं।
दिल्ली पुलिस अधिकारी के मुताबिक, वर्ष 2020 में आर्थिक अपराध शाखा ने इस दंपति के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। एसीपी राकेश कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर अरविंद कुमार, एसआइ पंकज और एएसआइ अजय की टीम को टेक्निकल सर्विलांस की मदद से आरोपितों के राजस्थान में होने का पता चला, पिछले साल इनके खिलाफ वहां भी ठगी का मामला दर्ज किया गया था। कुछ दिन पहले आरोपितों की लोकेशन गढ़ मुक्तेश्वर, हापुड़ यूपी में आई। लेकिन जब पुलिस टीम वहां पहुंची इससे पहले आरोपित फरार हो चुके थे।
करीब 180 किलो मीटर तक पीछा करने के बाद पुलिस ने सत्य प्रकाश को 21 अगस्त को दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन से धर दबोचा। वह ट्रेन पकड़ दिल्ली छोडऩे की तैयारी में था। इसके बाद पुलिस टीम ने गढ़ मुक्तेश्वर से उसकी पत्नी को 23 अगस्त को पकड़ा।
पूछताछ में सत्य प्रकाश ने बताया कि वह मनाली टूर एंड ट्रेवल्स, सब्सिडी प्रोग्राम, राष्ट्रीय शिक्षा मिशन के नाम दिल्ली और राजस्थान में लोगों से धोखाधड़ी करता था। आरोपित की पत्नी पहले महेंद्रा पार्क दिल्ली में प्ले स्कूल चलाती थी। बाद में वह पति के साथ मिलकर टूर एंड ट्रेवल्स के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने लगी। सत्य प्रकाश महज बारहवीं कक्षा तक पढ़ा है। उसने पिक पाइंट नाम से एज्युकेशन सेंटर भी खोला था, जहां बड़ी संख्या में लोगों को ठगा जबकि सत्य प्रकाश लोगों के बीच नटवरलाल के नाम से मशहूर था।