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Delhi Crime: फर्जी दस्तावेजों पर फ्लैट बेच पांच करोड़ की धोखाधड़ी करने वाली महिला गिरफ्तार, दिल्ली पुलिस को मिली सफलता

सोनीपत के कुंडली के सेक्टर-61 स्थित मैक्स हाइट्स ड्रीम होम्स में फ्लैट दिलाने के नाम पर कई लोगों से पांच करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने रश्मी राठी नाम की महिला को गिरफ्तार किया है। आरोपित महिला ने फर्जी दस्तावेजों पर कई लोगों से पैसे लेकर उन्हें फर्जी तरीके से फ्लैट आवंटित कर दिया था।

By Rakesh Kumar Singh Edited By: Sonu SumanUpdated: Thu, 04 Jan 2024 03:34 PM (IST)
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फ्लैट बेच पांच करोड़ की धोखाधड़ी करने वाली महिला गिरफ्तार।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। सोनीपत के कुंडली के सेक्टर-61 स्थित मैक्स हाइट्स ड्रीम होम्स में फ्लैट दिलाने के नाम पर कई लोगों से पांच करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने रश्मी राठी नाम की महिला को गिरफ्तार किया है। आरोपित महिला ने फर्जी दस्तावेजों पर कई लोगों से पैसे लेकर उन्हें फर्जी तरीके से फ्लैट आवंटित कर दिया था।

डीसीपी सुरेंद्र चौधरी के मुताबिक रश्मी राठी, शाहकारी नगर, बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश की रहने वाली है। स्नातक की पढ़ाई करने के बाद उसने 2004 में महिपालपुर में स्थित एक आयात-निर्यात करने वाली कंपनी में अकाउंटेंट के रूप में काम किया। 2005 में बदरपुर में इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस कंपनी से जुड़ गईं। 2006 में बदरपुर स्थित एक कार कंपनी में अकाउंटेंट और ऑफिस एडमिन के रूप में नौकरी पकड़ी। 2007 से 2010 तक आरएमएस कंपनी, सागरपुर में अकाउंटेंट के रूप में काम किया।

2011 में वह कनॉट प्लेस में सेफ डिपॉजिट लिमिटेड नामक कंपनी में नौकरी की। 2012 में उसने एक निर्माण कंपनी 'नारंग कंस्ट्रक्शन एंड फाइनेंसर्स प्राइवेट लिमिटेड' में काम किया। 2022 तक अकाउंटेंट, सेल्सपर्सन, आफिस एडमिनिस्ट्रेटर आदि के रूप में विभिन्न जगहों पर काम किया। इस बीच उसने दो रखरखाव कंपनी 'लार्ड गणेश मेंटेनेंस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और सिल्वरपाइन आपरेशनल मेंटेनेंस सर्विसेज एलएलपी' में निदेशक के रूप में भी काम किया। 12 वर्षों से कंपनी मेसर्स मैक्स हाइट्स प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड की कर्मचारी रही। वहां वह कंपनी का मुख्य कार्यालय चलाती थी, क्योंकि वह परियोजना की कार्यालय-समन्वयक थी।

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प्रॉपर्टी डीलरों के साथ कई विक्रेताओं को दिया धोखा

रश्मी राठी ग्राहक सेवा में शामिल व्यक्ति थीं और परियोजना के विवरण से पूरी तरह वाकिफ थीं। कार्यालय समन्वयक होने के नाते वह कंपनी के नियमित काम की देखरेख कर रही थी और बकाया भुगतान और अन्य बकाया राशि की वसूली के लिए फ्लैटों के मालिकों के संपर्क में रहती थी। समय के साथ उसने कंपनी का प्रतिस्पर्धात्मक विश्वास हासिल कर लिया। वह खातों को बनाए रखने की प्रभारी थीं और विभिन्न फ्लैटों से संबंधित प्राप्त चेक व आरटीजीएस सहित भुगतानों को देखती थी। इस दौरान उसने लालच में आकर कार्यालय समन्वयक के रूप में अपने पद का दुरुपयोग कर इलाके के प्रॉपर्टी डीलरों के साथ मिलकर कई विक्रेताओं को धोखा दिया।

उसने कुछ फर्जी कंपनियां बनाईं 

अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए उसने कुछ फर्जी कंपनियां बनाईं और खरीदारों से पैसे का भुगतान करने व प्राप्त करने के लिए फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल किया। बाद में उन्हें फर्जी एनओसी जारी की। उसने अलग-अलग फ्लैटों के उप-खातेदारों को निपटाने के लिए अपनी शेल कंपनियों और अपने खाते के साथ-साथ अपनी बहन के खाते से भी कई छोटे लेनदेन किए। खरीदारों को बेवकूफ बनाने के लिए कंपनी के कई स्टेशनरी लेख, लेटर हेड और रबर स्टैंप का इस्तेमाल किया और जाली दस्तावेजों के आधार पर उनके फ्लैट बेच दिए। कंपनी के दो बैंक खातों में पांच करोड़ रुपये थे। उक्त धनराशि या तो नकद निकासी के माध्यम से निकाल ली गई या अन्य खातों में स्थानांतरित कर दी गई।

मैक्स हाइट्स के निदेशकों ने फ्लैट का कब्जा दिया

सेक्टर चार रोहिणी की रहने वाली एक पीड़िता ने सितंबर 2022 आर्थिक अपराध शाखा में मुकदमा दर्ज करवा आरोप लगाया कि एक जनवरी 2021 को उन्होंने मैक्स हाइट्स ड्रीम होम्स में एक फ्लैट खरीदा था। उन्होंने भुगतान आरटीजीएस के माध्यम से किया था। मैक्स हाइट्स के निदेशकों ने फ्लैट का कब्जा दे दिया था और उनके नाम पर फ्लैट की रजिस्ट्री कर दी थी। फिर उन्होंने उक्त सोसायटी में 17 लाख रुपये में एक फ्लैट खरीदना चाहती थी।

फ्लैटों की चाबियां भी उन्हें सौंप दी गईं

इसके लिए उन्होंने रश्मी राठी के निर्देश पर अरुण राठी और प्रतीक राठी को भुगतान किया था। मंगलम पैराडाइज माल, सेक्टर-तीन, रोहिणी में 12 लाख नकद और पांच लाख आरटीजीएस के जरिये ट्रांसफर किए गए। भुगतान करने के बाद फ्लैटों की चाबियां भी उन्हें सौंप दी गईं। लेकिन कंपनी के निदेशकों ने भुगतान प्राप्त करने से इनकार कर दिया और आधिकारिक पंजीकरण के माध्यम से स्वामित्व अधिकार उनके नाम पर स्थानांतरित करने से इनकार कर दिया। रश्मि राठी ने उन्हें और कई अन्य लोगों को इसी तरह से धोखा दिया।

कंपनी ने फ्लैटों के एवज में आवंटन पत्र जारी किया

जांच के दौरान फ्लैटों के वास्तविक आवंटियों से पूछताछ में उन्होंने बताया कि उन्होंने सेक्टर-61, ग्राम नागल कलां, राई, कुंडली, सोनीपत, हरियाणा स्थित प्रोजेक्ट 'मैक्स हाइट्स ड्रीम होम्स' में फ्लैट बुक किए थे। यह परियोजना मेसर्स मैक्सहाइट प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित की गई थी। कंपनी ने फ्लैटों के एवज में आवंटन पत्र जारी किया। रश्मी राठी को अपने फ्लैट बेचने के लिए कभी नहीं कहा गया। उसके पास उनके फ्लैटों के मूल दस्तावेज हैं। राठी ने जाली दस्तावेजों के आधार पर उनके फ्लैट बेचकर पैसे ऐंठ लिए।

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