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यमुनापार में महिलाओं की सुरक्षा के लिए बने पिंक बूथ पड़े सूने, इन बूथों से पुलिसकर्मी नदारद

जिस वक्त बूथ की शुरुआत हुई थी तब महिला पुलिसकर्मी यहां दिखाई देती थी। अक्सर पुलिस यह कहती है कि पर्याप्त संख्या में उनके पास कर्मचारी नहीं है ऐसे में पुलिस को बूथ नहीं बनाने चाहिए। अब पिंक बूथ से पुलिसकर्मी गायब होने लगे।

By Pradeep ChauhanEdited By: Updated: Mon, 18 Apr 2022 05:38 PM (IST)
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सिर्फ बूथ बनाने से ही महिलाओं की सुरक्षा तो नहीं हो सकती

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। महिलाओं की सुरक्षा के लिए यमुनापार में जगह-जगह बनाए गए पिंक बूथ सूने पड़े हैं। भले ही पुलिस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लाख दावे करती हो, लेकिन बूथ से महिला पुलिसकर्मी नदारद रहती हैं। अधिकतर बूथ बंद रहते हैं। इसके अलावा शाहदरा जिले में सड़कों पर पिंक बैरिकेड तो नजर आते हैं, लेकिन उस पर महिला पुलिसकर्मी नहीं दिखाई देतीं। यह बूथ सफेद हाथी साबित हो रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर यमुनापार में लक्ष्मी नगर, झिलमिल, विवेक विहार, यमुना विहार, आनंद विहार में प्रमुख मार्केट, स्कूल व महिला कालेज के आसपास पिंक बूथ बनाकर महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था, ताकि महिलाओं की सुरक्षा पुख्ता की जा सके, लेकिन कुछ ही दिनों के बाद पिंक बूथ से पुलिसकर्मी गायब होने लगे।

बूथ का नहीं मिल रहा फायदा : विवेकानंद कालेज में पढ़ने वाली छात्र दिव्या ने बताया कि कालेज के पास ही पुलिस ने पिंक बूथ बनाया हुआ है, लेकिन इस बूथ का कोई फायदा नहीं है। जिस वक्त बूथ की शुरुआत हुई थी, तब महिला पुलिसकर्मी यहां दिखाई देती थी। अक्सर पुलिस यह कहती है कि पर्याप्त संख्या में उनके पास कर्मचारी नहीं है, ऐसे में पुलिस को बूथ नहीं बनाने चाहिए।

सिर्फ बूथ बनाने से नहीं होगी सुरक्षा: लक्ष्मी नगर निवासी अरविंद ने बताया कि पिंक बूथ पुलिस का एक सराहनीय कदम हैं, लेकिन सिर्फ बूथ बनाने से ही महिलाओं की सुरक्षा तो नहीं हो सकती न। लक्ष्मी नगर मार्केट में भी बूथ है, इस मार्केट में अधिकतर महिलाएं आती हैं, लेकिन बूथ बंद रहता है। अगर बूथ बंद ही रखना है तो उसे शुरू ही नहीं करना चाहिए था।

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