पार्क को संवारकर भावी पीढ़ी के लिए हराभरा कर रहे जीवन की बगिया
जीवन रक्षा बल अपने जज्ब से बंजर जमीन पर बिना किसी सरकार मदद के बड़े पैमाने पर पौधे लगाकर हरियाली फैलाने का काम किया।
By Edited By: Updated: Mon, 28 May 2018 02:05 PM (IST)
नई दिल्ली (पुष्पेंद्र कुमार)। दिल में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो मुश्किल से मुश्किल काम भी आसान हो जाता है। जिस प्रकार मांझी ने पहाड़ को काटकर गांव वालों के जीवन की राह प्रशस्त की, उसी तरह जीवन रक्षा बल वेलफेयर सोसायटी जीटीबी एंक्लेव में बंजर हो चुके नर्सरी पार्क को हराभरा बनाकर आम जिंदगी की बगिया को संवारने में जुटी है। यह प्रयास है वर्तमान के साथ आने वाली पीढ़ी के जीवन को सुरक्षित करने का।
जीवन रक्षा बल वेलफेयर सोसायटी के संरक्षक रोमी चौहान ने बताया कि प्रदूषण की वजह से हर किसी को मुश्किल उठानी पड़ती है, लेकिन पर्यावरण संरक्षण के लिए कम ही लोग सोचते हैं। देखरेख के अभाव में नर्सरी पार्क अपना अस्तित्व खोता जा रहा था। शाम ढलते ही यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग जाता था। इसलिए लोग यहां सैर से भी कतराते थे।जनप्रतिनिधि व नगर निगम से शिकायत कर थक गए, लेकिन किसी ने नहीं सुना। इसलिए पार्क की दशा सुधारने के लिए एक सोसायटी बनाकर उसे जीवन रक्षा बल नाम दिया गया। धीरे-धीरे लोग इस मुहिम से जुड़ने लगे और पार्क संवरने लगा। औषधीय गुणों के पौधे भी लगाए संरक्षक रोमी चौहान ने बताया कि सोसायटी अपने निजी फंड से सुंदरीकरण कर रही है। इसके लिए पार्क को चार ब्लॉकों में विभाजित किया गया है।
पार्क में मखमली घास लगाई गई और चारों तरफ पौधों को संरक्षित करने के अलावा नए पौधे भी लगाए गए। पार्क में एक ब्लॉक में औषधीय गुणों के पौधे लगाए गए और हर पौधे के साथ उसका नाम व फायदे की जानकारी दी गई है। सुरक्षा गार्ड भी तैनात किया गया है।15 महीनों में संवारा पार्क, अब भी काम जारी संरक्षक के अनुसार, इस पार्क को 15 महीनों के अंदर संवारा गया है और अब भी सुंदरीकरण पर तेजी से काम हो रहा है। पेड़- पौधों की कटाई-छंटाई कर नए किस्म के पौधों के साथ फूलों की आकर्षक क्यारियां भी बनाई जा रही हैं।
पार्क में मखमली अहसास दिलाने वाली घास भी लगाई गई, जो सैर करने वालों को आनंदित करती है। सोसायटी की कोशिश है कि इस पार्क को एक मिसाल के रूप में पेश किया जाए।
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