Bajrang Punia: 'मैं अपना पद्मश्री प्रधानमंत्री जी को वापस लौटा रहा हूं', बृजभूषण के करीबी के WFI अध्यक्ष बनने पर बजरंग का फैसला
पहलवान बजरंग पुनिया ने अपना पद्मश्री अवार्ड सरकार को वापस करने की घोषणा की है। उन्होंने ट्वीट किया- मैं अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री को लौटा रहा हूं...। बजरंग ने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी में इसकी घोषणा की है। बता दें इससे पहले साक्षी मलिक ने रेसलिंग से संन्यास लेने की घोषणा की थी। वह रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया का नया अध्यक्ष संजय सिंह को बनाए जाने से नाराज थीं।
एजेंसी, नई दिल्ली। पहलवान बजरंग पुनिया ने अपना पद्मश्री अवार्ड सरकार को वापस करने की घोषणा की है। उन्होंने ट्वीट किया- मैं अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री को लौटा रहा हूं...।" बजरंग ने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी में इसकी घोषणा की है।
बता दें, इससे पहले साक्षी मलिक ने रेसलिंग से संन्यास लेने की घोषणा की थी। वह रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया का नया अध्यक्ष संजय सिंह को बनाए जाने से नाराज थीं।
उन्होंने लिखा कि माननीय प्रधानमंत्री जी, उम्मीद है आप स्वस्थ होंगे। आप देश की सेवा में व्यस्त होंगे। आपकी इस भारी व्यस्तता के बीच आपका ध्यान हमारी कुश्ती पर दिलवाना चाहता हूं। आपको पता होगा कि इसी साल जनवरी महीने में देश की महिला पहलवानों ने कुश्ती संघ पर काबिज बृजभूषण शरण सिंह पर सेक्सुअल हरासमेंट के गंभीर आरोप लगाए थे, जब उन महिला पहलवानों ने अपना आंदोलन शुरू किया तो मैं भी उसमें शामिल हो गया।मैं अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री जी को वापस लौटा रहा हूँ. कहने के लिए बस मेरा यह पत्र है. यही मेरी स्टेटमेंट है। 🙏🏽 pic.twitter.com/PYfA9KhUg9
— Bajrang Punia 🇮🇳 (@BajrangPunia) December 22, 2023
बृजभूषण पर कोई कार्रवाई नहींः बजरंग
उन्होंने लिखा कि आंदोलित पहलवान जनवरी में अपने घर लौट गए, जब उन्हें सरकार ने ठोस कार्रवाई की बात कही। लेकिन तीन महीने बीतने के बाद भी बृजभूषण पर एफआईआर तक नहीं की। तब हम पहलवानों ने अप्रैल महीने में दोबारा सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया ताकि दिल्ली पुलिस कम से कम बृजभूषण सिंह पर एफआईआर दर्ज करे, लेकिन फिर भी बात नहीं बनी, तो हमें कोर्ट में जाकर एफआईआर करवानी पड़ी।
बृजभूषण ने 12 पहलवानों को पीछे हटा दिया
जनवरी में शिकायतकर्ता महिला पहलवानों की गिनती 19 थी जो अप्रैल आते-आते 7 रह गई थी। यानी इन तीन महीनों में अपनी ताकत के दम पर बृजभूषण सिंह ने 12 महिला पहलवानों को अपने न्याय की लड़ाई में पीछे हटा दिया था। आंदोलन 40 दिन चला। इन 40 दिनों में एक महिला पहलवान और पीछे हट गईं। हम सब पर बहुत दबाव आ रहा था।मेडल गंगा में बहाने की सोचीः बजरंग
उन्होंने लिखा कि हमारे प्रदर्शन स्थल को तहस-नहस कर दिया गया और हमें दिल्ली से बाहर खदेड़ दिया गया और हमारे प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी। जब ऐसा हुआ तो हमें कछ समझ नहीं आया कि हम क्या करें। इसलिए हमने अपने मेडल गंगा में बहाने की सोची।
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