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पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड, छत्रसाल स्टेडियम में फिर होगा सीन रिक्रिएशन मगर इस बार पुलिस रहेगी मौजूद, जानिए कारण

रविवार को सुशील व अजय को रिमांड पर लेने के बाद माडल टाउन थाने लाया गया। वहां लाकअप में इनकी पहली रात बेहद तनाव में बीती। सुशील के हावभाव से लगता है कि उसे गलती का अहसास हो रहा है जिससे बार-बार उसकी आंखों में आंसू भर आता है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Updated: Tue, 25 May 2021 12:37 PM (IST)
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पुलिस सबसे पहले इनके मोबाइल फोन व डीवीआर बरामद करने की कोशिश करेगी।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। 19 दिनों तक चार राज्यों में पुलिस के साथ लुकाछिपी करने के बाद आखिरकार पहलवान सुशील कुमार अपने साथी के साथ पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। अब पुलिस एक-एक करके कड़ियां जोड़कर इस पूरे मामले से पर्दा उठाएगी। फिलहाल पुलिस ने कोर्ट से सुशील को रिमांड पर ले लिया और घटना के बारे में विस्तार से पूछताछ कर रही है। सोमवार से इसकी शुरूआत हो चुकी है।

सोमवार को क्राइम ब्रांच ने शकरपुर स्थित अपने दफ्तर में पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड मामले में गिरफ्तार किए गए ओलंपियन सुशील कुमार व उसके खास अजय सहरावत से करीब छह घंटे पूछताछ की। पूछताछ कर पुलिस फरार नौ अन्य आरोपितों के बारे में पता लगा रही है ताकि जल्द से जल्द उन्हें दबोचा जा सके। पुलिस दोनों के मोबाइल फोन व स्टेडियम के डीवीआर के बारे में भी पूछताछ की। पुलिस सबसे पहले इनके मोबाइल फोन व डीवीआर बरामद करने की कोशिश करेगी। उसके बाद स्टेडियम ले जाकर सीन रिक्रिएशन कर घटना के बारे में पता लगाएगी।

चार मई को घटना वाली रात सुशील व उसके आरोपित साथी स्टेडियम से सीसीटीवी कैमरों के डीवीआर उठाकर ले गए थे ताकि झगड़े व मारपीट संबंधी सुबूत नष्ट किया जा सके। उभरते हुए पहलवान सागर धनकड़ (23) की हत्या सुशील ने क्यों की। अब तक यह साफ नहीं है। पुलिस विस्तृत तफ्तीश कर पता लगाएगी की हत्या के पीछे की वजह आखिर क्या थी।

रविवार को सुशील व अजय को रिमांड पर लेने के बाद माडल टाउन थाने लाया गया। वहां लाकअप में इनकी पहली रात बेहद तनाव में बीती। पुलिस का कहना है की सुशील के हावभाव से लगता है कि उसे गलती का अहसास हो रहा है जिससे बार-बार उसकी आंखों में आंसू भर आता है। लाकअप में दोनों को थाने के मेस में बनी रोटी, दाल व सलाद खाने में दिया गया। उन्होंने भरपेट खाया। सोने के लिए दो कंबल थे जिस पर दोनों सोए। रात बैचेनी में कटी।

पहली बार दोनों इतनी कष्टप्रद रात बिताई होगी। दोनों के बेल्ट, जूते आदि बाहर रखवा लिए गए। तड़के करीब तीन बजे केस क्राइम ब्रांच में स्थानांतरित होने के बाद थाना पुलिस ने दोनों को क्राइम ब्रांच में सौंप दिया। दोनों के किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा है। एडिशनल सीपी शिबेश सिंह व डीसीपी भीष्म सिंह के नेतृत्व में एसीपी व इंस्पेक्टर रैंक के अफसर सुशील और अजय से घटना को लेकर पूछताछ कर रहे हैं।

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