'डॉक्टरों की भर्ती के लिए एलजी को कई बार लिखा, लेकिन कोई जवाब नहीं', स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज का आरोप
सौरभ भारद्वाज ने कहा मैंने उन्हें कई बार लिखा है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मैं पिछले साल मार्च में स्वास्थ्य मंत्री के रूप में शामिल हुआ था और डॉक्टरों की 292 रिक्तियों और विशेषज्ञों की 234 रिक्तियों को भरने के लिए अप्रैल में उन्हें लिखा था। मैंने सुझाव दिया था कि भर्ती के बाद से यूपीएससी में समय लग रहा है।
पीटीआई, नई दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने रविवार को आरोप लगाया कि उन्होंने सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी के बारे में उपराज्यपाल वी के सक्सेना को कई बार पत्र लिखा है, लेकिन उनके पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस आरोप पर उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारद्वाज ने कहा कि डॉक्टरों और तकनीशियनों की भर्ती एलजी के अधिकार क्षेत्र में आती है। उन्होंने कहा, "मैंने उन्हें कई बार लिखा है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मैं पिछले साल मार्च में स्वास्थ्य मंत्री के रूप में शामिल हुआ था और डॉक्टरों की 292 रिक्तियों और विशेषज्ञों की 234 रिक्तियों को भरने के लिए अप्रैल में उन्हें लिखा था। मैंने सुझाव दिया था कि भर्ती के बाद से यूपीएससी में समय लग रहा है। डॉक्टरों को अनुबंध के आधार पर नियुक्त किया जा सकता है।"
अनुंबध के आधार पर भर्ती का किया अनुरोध: भारद्वाज
मंत्री ने कहा कि उन्होंने इस साल 26 जुलाई को उपराज्यपाल से डॉक्टरों, विशेषज्ञों और पैरामेडिक्स को अनुबंध के आधार पर भर्ती करने का फिर से अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय ने भी सेवा विभाग को अनुबंध पर डॉक्टरों को नियुक्त करने का निर्देश दिया था, लेकिन कोई नियुक्ति नहीं की गई है।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।