यमुना एक्सप्रेस वे का सुरक्षा ऑडिट पूरा, नए सुरक्षा सुझाव से कम होंगे हादसे
यमुना प्राधिकरण ने सुरक्षा ऑडिट की जिम्मेदारी आइआइटी दिल्ली को सौंपी थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 दिसंबर तक ऑडिट का कार्य पूरा कराने के प्राधिकरण को निर्देश दिए थे।
नोएडा, जेएनएन। यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसों को रोकने के लिए जल्द ठोस कदम उठाए जाएंगे। आइआइटी दिल्ली ने एक्सप्रेस-वे का सुरक्षा ऑडिट पूरा कर लिया है। जनवरी के पहले सप्ताह में प्रस्तुतिकरण के बाद प्राधिकरण सीईओ को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। सुरक्षा ऑडिट में जो सुझाव दिए जाएंगे, उन्हें मार्च तक लागू कराया जाएगा। प्राधिकरण को 31 मार्च तक सुप्रीम कोर्ट की सड़क सुरक्षा निगरानी समिति के सामने रिपोर्ट पेश करनी है।
ग्रेटर नोएडा से आगरा तक 165 किमी लंबे यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। हर साल काफी संख्या में लोग एक्सप्रेस वे पर हादसे में अपनी जान गंवा देते हैं। सुप्रीम कोर्ट की सड़क सुरक्षा निगरानी समिति ने यमुना प्राधिकरण को एक्सप्रेस वे पर सुरक्षा ऑडिट कराने एवं रिपोर्ट में मिले सुझावों को लागू कर मार्च तक रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे।
यमुना प्राधिकरण ने सुरक्षा ऑडिट की जिम्मेदारी आइआइटी दिल्ली को सौंपी थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 दिसंबर तक ऑडिट का कार्य पूरा कराने के प्राधिकरण को निर्देश दिए थे। इसके मद्देनजर आइआइटी दिल्ली ने एक्सप्रेस वे के सुरक्षा ऑडिट का कार्य पूरा कर लिया है।
ऑडिट के दौरान आइआइटी दिल्ली की टीम ने ग्रेटर नोएडा से आगरा तक निरीक्षण कर निर्माण की खामियों की जांच की। यातायात नियमों को सख्ती से लागू करने के सुझाए गए उपायों का प्रस्तुतिकरण जनवरी के पहले सप्ताह में होने की संभावना है।
इसके साथ ही रिपोर्ट प्राधिकरण को सौंप दी जाएगी। प्राधिकरण एक्सप्रेस वे का संचालन कर रही जेपी इंफ्राटेक के जरिये सुरक्षा उपायों को लागू कराएगा। यह कार्य 31 मार्च से पहले पूरा होना है। प्राधिकरण मार्च में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी समिति के सामने रिपोर्ट पेश करेगा।
अधिकारी का पक्ष
एक्सप्रेस-वे के सुरक्षा ऑडिट का कार्य पूरा हो गया है। जल्द ही आइआइटी की टीम इसका प्रस्तुतिकरण देकर रिपोर्ट सीईओ को सौंपेगी।
देवेंद्र बालियान, जीएम परियोजना, यमुना प्राधिकरण