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कोरोना काल में तनावमुक्त होकर काम करने के लिए शिक्षकों को दिया जा रहा योग का डोज

डॉ. अशोक कुमार गौड़ ने बताया कि योग करने से शरीर स्वस्थ रहता है और जीवन संतुलित बना रहता है। इसलिए सभी को नियमित रूप से योग करना चाहिए। वह रोजाना प्रार्थना सभा में शिक्षकों को बताते हैं कि सबसे पहले वह अपनी बॉडी को रिलैक्स करें।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Sun, 13 Dec 2020 10:01 AM (IST)
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शिक्षकों को तनावमुक्त रहने के लिए रोजाना योग का डोज दिया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। कोरोना काल में शिक्षक बच्चों से ऑनलाइन कक्षा में ही मिल रहे हैं। ऑनलाइन शिक्षण का प्रभाव उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक पड़ सकता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए आइपी एक्सटेंशन स्थित सर्वोदय सह शिक्षा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों को तनावमुक्त रहने के लिए रोजाना योग का डोज दिया जा रहा है।

कोरोना काल में शिक्षकों को बीमारियों से बचाने के लिए स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. अशोक कुमार गौड़ द्वारा एक घंटे योग कराया जाता है। जिससे वह ताजा महसूस कर स्फूर्ति के साथ तनावमुक्त होकर शिक्षण कार्य कर सकें। साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए शिक्षकों के लिए स्कूल में काढ़े व लेमन टी की व्यवस्था कराकर उन्हें स्वस्थ रहने के लिए जागरूक भी किया जाता है।

डॉ. अशोक कुमार गौड़ ने बताया कि योग करने से शरीर स्वस्थ रहता है और जीवन संतुलित बना रहता है। इसलिए सभी को नियमित रूप से योग करना चाहिए। वह रोजाना प्रार्थना सभा में शिक्षकों को बताते हैं कि सबसे पहले वह अपनी बॉडी को रिलैक्स करें और उसके बाद योगासन का अभ्यास करें। साथ ही वह खुद भी सभी के साथ योग करते हैं। सबसे पहले वह शिक्षकों को दो मिनट पावर योगा कराते हैं, इससे शरीर में स्फूर्ति आ जाती है। उसके बाद उन्हें एक्यूप्रेशर थेरेपी, बॉडी स्ट्रैचिंग, जॉगिंग व लॉफिंग थेरेपी कराकर तनावमुक्त करने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने बताया कि आजकल कई लोग हृदय रोग से पीड़ित हैं, इसलिए वह हृदय रोगी शिक्षकों को भी खास योग करवाते हैं।

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