सफर के एप से दिव्याग भी जान सकेंगे प्रदूषण का स्तर
सहूलियत - जो लिख नहीं सकते, उनके लिए है वॉयस फीचर - जो देख नही सकते, उन्हें पता चल
By JagranEdited By: Updated: Sun, 29 Jul 2018 08:07 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : सफर इंडिया (सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च) ने एक खास एप तैयार किया है। इस एप से अब दिव्याग भी आसानी से प्रदूषण का हाल जान सकेंगे। एप की खासियत यह है कि जो देख नहीं सकते, वह आसानी से मोबाइल स्क्रीन पर ऑप्शन ढूंढ सकेंगे और टच कर सकेंगे। इसके साथ ही सफर ने एप में वॉयस फीचर भी जोड़ा है। वॉयस फीचर न सिर्फ एयर इंडेक्स बताएगा बल्कि यह भी बताएगा कि उक्त क्वालिटी की हवा किस आयु वर्ग के लिए कितनी खतरनाक है और ऐसे में क्या सावधानिया बरती जानी चाहिए।
मालूम हो कि सफर केंद्रीय भू विज्ञान मंत्रालय का प्रोजेक्ट है जिसे चार महानगरों दिल्ली, पुणे, मुंबई और अहमदाबाद में चलाया जा रहा है। यह एप हिंदी एवं अंग्रेजी के अलावा गुजराती और मराठी भाषा में भी उपलब्ध है। इस एप में बहु भाषा, वॉयस अनेबल और आइ कैन वॉट टू डू (मुझे क्या करना चाहिए) जैसे फीचर शामिल हैं। वॉट टू डू फीचर में एनिमेटेड फ्लैग ब्वॉय आता है और लोगों को सलाह देता है। सफर के परियोजना निदेशक डॉ. गुफरान बेग के अनुसार, इस एप में से युवा तो प्रदूषण के प्रति जागरूक होंगे ही, दिव्यागों को भी प्रदूषण स्तर जानने और उस अनुरूप अपनी प्लानिंग करने में मदद मिलेगी। इस एप को गूगल प्ले या एप्पल एप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
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