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भारत बंद में शामिल नहीं होंगे पुरानी दिल्ली के बाजार

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : वॉलमार्ट-फ्लिपकार्ट करार व खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश क

By JagranEdited By: Updated: Thu, 27 Sep 2018 10:17 PM (IST)
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भारत बंद में शामिल नहीं होंगे पुरानी दिल्ली के बाजार

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :

वॉलमार्ट-फ्लिपकार्ट करार व खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के विरोध में बुलाए गए भारत बंद में पुरानी दिल्ली के बाजार शामिल नहीं होंगे। ऐसे में शुक्रवार (28 सिंतबर) को चांदनी चौक, सदर बाजार, कश्मीरी गेट व खारी बावली समेत अन्य थोक व खुदरा बाजार की दुकानें आम दिनों की तरह खुली रहेंगी। हालांकि, बंद को लेकर खरीदारों में भ्रम की स्थिति के कारण कारोबार कुछ सुस्त रह सकता है। बंद का आह्वान कन्फेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने किया है। इसको लेकर शुरू से ही व्यापारियों में ऊहापोह की स्थिति रही, क्योंकि व्यापारियों का मानना है कि पूर्व में विभिन्न मुद्दों पर हुए बाजार बंद के नतीजे उत्साहजनक नहीं रहे हैं। सरकारों ने उनकी हड़तालों पर विशेष ध्यान नहीं दिया है, बल्कि इस वजह से उन्हें अब तक नुकसान ही उठाना पड़ा है। ऐसे में पुरानी दिल्ली के कुछ बाजार के संगठनों ने बयान जारी कर स्पष्ट किया है कि वह बृहस्पतिवार के बाजार बंद में शामिल नहीं होंगे।

इस कारण 10 सितंबर को पेट्रो पदार्थो में मूल्य वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस पार्टी के भारत बंद को भी पुरानी दिल्ली के दुकानदारों ने नकार दिया था। बंद में शामिल न होने की एक वजह कई दिनों का कारोबार प्रभावित होना भी है। व्यापारियों का मानना है कि शुक्रवार को वे बाजार बंद करते हैं तो कारोबार सोमवार तक सामान्य हो पाएगा, क्योंकि पुरानी दिल्ली के बाजारों में साप्ताहिक बंदी रविवार को होती है।

चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय भार्गव ने कहा कि व्यापारी बाजार बंद का समर्थन नहीं करते हैं। इसलिए आम दिनों की तरह चांदनी चौक की दुकानें खुली रहेंगी। फेडरेशन आफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश यादव ने दो टूक कहा कि बंद किसी समस्या का हल नहीं है। ऐसे में सदर बाजार के व्यापारियों ने बाजार बंद में शामिल न होने का फैसला किया है। भगीरथ प्लेस इलेक्ट्रिकल ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भारत आहूजा ने कहा कि बार-बार बंद से अब व्यापारी ऊब गए हैं। दूसरे बंद की घोषणा से पहले दुकानदारों से सलाह-मशविरा भी नहीं किया गया है। चर्च मिशन रोड क्लाथ मार्केट के प्रधान गोपाल गर्ग ने कहा कि अभी त्योहारी सीजन चल रहा है। ऐसे में बाजार बंद करने का जोखिम कोई दुकानदार नहीं उठा सकता है।

वॉलमार्ट करार के खिलाफ जंतर-मंतर पर होगा प्रदर्शन

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि वॉलमार्ट करार व खुदरा में विदेशी निवेश के खिलाफ जंतर-मंतर पर व्यापारी प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने दावा किया कि कैट के बुलाए बाजार बंद में देश के लगभग सात करोड़ व्यापारी प्रतिष्ठान बंद में शामिल होंगे। दिल्ली में बाजार बंद सीलिंग के मुद्दे पर भी होगा। खंडेलवाल ने दावा किया है कि बाजार बंद का दिल्ली में व्यापक असर रहेगा।

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