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पुराना किला में जेसीबी मशीन चलाने पर पुरातत्व विशेषज्ञ नाराज

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : पुराना किला में सुंदरीकरण कार्य में जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल करने पर पुरातत्व विशेषज्ञ नाराज हैं।

By JagranEdited By: Updated: Wed, 29 Aug 2018 10:22 PM (IST)
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पुराना किला में जेसीबी मशीन चलाने पर पुरातत्व विशेषज्ञ नाराज

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : पुराना किला में सुंदरीकरण कार्य में जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल करने पर पुरातत्व विशेषज्ञ नाराज हैं। उन्होंने इसे विरासत की नींव हिलाने वाला करार दिया है। उनका कहना है कि नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन (एनबीसीसी) किले से जेसीबी मशीन हटाए। विरासत के संरक्षण के लिए काम कर रहीं नीरा मिश्रा ने इस संबंध में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) से शिकायत की है। उन्होंने कहा कि वह इस बारे में एएसआइ की महानिदेशक से भी मिलेंगी। वकील से एएसआइ और एनबीसीसी के अधिकारियों पर एफआइआर दर्ज कराने के लिए सलाह भी ले रही हैं।

केंद्र सरकार की एडाप्ट हैरिटेज स्कीम के तहत पुराना किला में सुंदरीकरण कार्य के चलते गेट पर सड़क चौड़ी की जा रही है, जिसमें जेसीबी मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। नीरा मिश्रा ने कहा कि जिस तरह से काम चल रहा है, उससे किले को नुकसान पहुंच रहा है। यहां अंग्रेजों के समय राजस्व एकत्रित किया जाता था। वर्ष 1903 में जब अंग्रेजों ने नई दिल्ली को संवारने का काम शुरू किया तो कुंती मंदिर और स्कूल बिल्डिंग को छोड़कर सभी निर्माण हटा दिए थे। वर्ष 1911 में अधिसूचना जारी की गई थी। उसके बाद से पुराना किला में कोई निर्माण नहीं हुआ। इंद्रप्रस्थ को लेकर हमारे पास सौ साल पहले का प्रमाण था, लेकिन इसे एएसआइ और एनबीसीसी ने तोड़ दिया। इसके लिए एएसआइ ने अपने ही नियम का उल्लंघन किया है, जबकि उसके कानून में स्पष्ट है कि सौ साल पुरानी किसी इमारत को नहीं तोड़ा जाएगा। इस संबंध में पक्ष जानने के लिए एएसआइ के प्रवक्ता डॉ. डीएन डिमरी से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।

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