मोबाइल टावरों का काम देखने वाले कर्मचारी ही करते थे उपकरणों की चोरी, कबाड़ी था खरीदार, सभी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मोबाइल कंपनियों के उपकरण चोरी करने के मामले में विभिन्न मोबाइल कंपनियाें के तीन कर्मचारी समेत चोरी के उपकरण खरीदने वाले एक कबाड़ी को गिरफ्तार किया है। उक्त तीनों कर्मचारी मोबाइल टावरों के डे टू डे आपरेशन का काम देखने वाले अस्थायी कर्मचारी हैं।
By Vinay Kumar TiwariEdited By: Updated: Mon, 30 Aug 2021 07:05 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने मोबाइल कंपनियों के उपकरण चोरी करने के मामले में विभिन्न मोबाइल कंपनियाें के तीन कर्मचारी समेत चोरी के उपकरण खरीदने वाले एक कबाड़ी को गिरफ्तार किया है। उक्त तीनों कर्मचारी मोबाइल टावरों के डे टू डे आपरेशन का काम देखने वाले अस्थायी कर्मचारी हैं। इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश व हरियाणा में दर्ज 20 मामले सुलझाने का दावा किया है।
डीसीपी क्राइम ब्रांच मोनिका भारद्वाज के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम पुनीत, सोनू खान व रवि अग्रवाल व चोरी के उपकरण खरीदने वाले कबाड़ी का नाम मुमतियाज है। पुनीत, लोनी, गाजियाबाद का रहने वाला है। 13 साल की उम्र में वह मुंबई चला गया था। वहां उसने सात साल स्थानीय केबल नेटवर्क का काम करने वाले व्यक्ति के यहां नौकरी की और फिर वापस घर लौट आया।इसके बाद उसने एयरटेल, वोडाफोन व जियो का टावर लगाने का काम शुरू किया। टावर लगाने की अच्छी जानकारी होने के कारण उसे मोबाइल कंपनियों में काम मिलता रहा। लाकडाउन के दौरान उसने सोनू खन, सलमान व रवि अग्रवाल के साथ मिलकर टावरों के उपकरण चोरी कर कबाड़ी को बेचना शुरू कर दिया था। इसके खिलाफ मेरठ में भी मुकदमा दर्ज है।
सोनू खान भी लोनी, गाजियाबाद का रहने वाला है। ग्वालियर, मध्य प्रदेश से इलेक्ट्रिशियन से आइटीआइ करने के कारण उसे इलेक्ट्रिक व वायरिंग करने की जानकारी है। इसके खिलाफ बाहरी, उत्तरी, पश्चिमी व उत्तर-पूर्वी जिले के थानों में हाल के छह मामले दर्ज हैं। रवि अग्रवाल भी लोनी, गाजियाबाद का रहने वाला है। यह पहले लोनी में सटटा चलाता था और स्मैक बेचता था। इसके खिलाफ गाजियाबाद के थानों में हत्या के प्रयास, अपहरण, आबकारी अधिनियम के चार केस दर्ज हैं। लाकडाउन के दौरान पुनीत के संपर्क में आने के बाद इसने मोबाइल टावरों से उपकरणों की चोरी शुरू कर दी।
मुमतियाज मुस्तफाबाद का रहने वाला है। बाहरी दिल्ली में चोरी करने के मामले में पुलिस इसे कई बार गिरफ्तार कर चुकी है। इसके खिलाफ गाजियाबाद में 9 मामले दर्ज हैं। उक्त मामलों में गाजियाबाद पुलिस को इसकी तलाश थी। चारों से पूछताछ के बाद मुमतियाज के गोदाम से पुलिस ने 32 मोबाइल उपकरण बरामद किए हैं। जिनमें सीडीयू काडर्स, नोकिया ओएलटी काडर्स, ओएलटी चेसिस, सीडीयू चेसिस, ओएलटी फंस, बैट्री व राउटर आदि उपकरण शामिल हैं।
रिलायंस जियो से पुलिस को शिकायत मिली थी कि पिछले साल लाकडाउन व बीते लाकडाउन के दौरान मोबाइल टावराें के उपकरणों में अचानक चोरी के मामले में बेतहाशा बढोतरी हुई है। इस दौरान दिल्ली-एनसीआर में 77 मामले दर्ज हुए थे। एसीपी संदीप लांबा, इंस्पेक्टर पंकज मलिक के नेतृत्व में एसआइ रोहित कुमार, रुपेश बलियान की टीम ने जांच पड़ताल के बाद पहले 10 अगस्त को कबाड़ी मुमतियाज को पुराना मुस्तफाबाद से गिरफ्तार किया।
उसके गोदाम से भारी काफी मोबाइल उपकरण बरामद हुए। उससे पूछताछ के बाद उक्त तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों चोरी किए गए उपकरणों को बहुत ही सस्ते दर पर मुमतियाज को बेच देते थे। मुमतियाज उक्त उपकरणों को मोटी दर पर अन्य कबाड़ी को बेच देता था।
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