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Raksha Bandhan 2021: बहनों ने भाई की कलाई पर बांधा राखी का प्यार, बारिश के कारण बाजार हुआ फीका

रविवार को बहनें भाई को राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना की। इसके साथ ही भाइयों ने भी बहनों को उपहार देकर सुरक्षा का वादा किया। वहीं बाजार बारिश के कारण फीका ही रहा। लोगों को खरीददारी में परेशानी हो रही थी।

By Prateek KumarEdited By: Updated: Sun, 22 Aug 2021 04:03 PM (IST)
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त्योहार सावन की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। भाई-बहन के पवित्र प्रेम, स्नेह और विश्वास का त्योहार सावन की पूर्णिमा को मनाया जाता है। रविवार को बहनें भाई को राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना की। इसके साथ ही भाइयों ने भी बहनों को उपहार देकर सुरक्षा का वादा किया। बता दें कि इससे पहले शनिवार को रक्षाबंधन से एक दिन पहले पुरानी दिल्ली के बाजारों में राखियां खरीदने के दुकानों पर भीड़ दिखीं। वहीं, नई और पुरानी दिल्ली की मिठाई की दुकानें भी रक्षाबंधन के लिए पहले से सजी थीं एवं दुकानदार विशेष आफर दे रहे।

कई दुकानदार ग्राहकों को मिठाइयों के साथ राखियां भी फ्री दे रहे हैं, जिससे महिलाएं एक ही दुकान से सारा सामान ले सकें। पुरानी दिल्ली का किनारी बाजार राखियों के लिए मशहूर है, जहां सस्ती से लेकर विशेष किस्म की राखियां मिलती हैं। इसके चलते ही दिल्ली एनसीआर से महिलाएं आकर राखियां खरीदती हैं। दुकानदार राजीव जैन ने कहा कि बाजार में दो रुपये से लेकर पांच हजार रुपये तक की राखियां हैं।

वहीं, भाइयों के साथ भाभी के लिए भी महिलाएं अब राखियां खरीदती हैं। वहीं, दुकानदार राकेश ने कहा कि बाजार में विशेष किस्म की राखियां मिलती हैं, जो कोलकाता और जयपुर से बनकर आ रही हैं। इसमें ईविल आई राखी इस बार सबसे ज्यादा बेची जा रही हैं, जो महिलाओं की पसंद बनी हुई हैं।

बारिश से महिलाओं को हुई परेशानी

सदर, लाल कुआं, पहाड़गंज व चांदनी चौक समेत अन्य बाजारों में रक्षाबंधन के लिए खरीदारी करने वाली महिलाओं को बारिश के कारण परेशानी झेलनी पड़ी। उन्हें बारिश में भीगने के अलावा गंदे पानी से होकर निकलना पड़ा। मयूर विहार से आई वंदना शर्मा का कहना है कि उन्हें पता होता कि पुरानी दिल्ली का इतना बुरा हाल है तो वे कभी यहां नहीं आतीं।

वहीं, दुकानदारों का कहना है कि बारिश के कारण इस बार बाजार फीका रहा। आखिरी दिन जमकर बिक्री होती है, जो इस बार नहीं हुई है।

सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक रहेगा शुभ मुहूर्त

करोलबाग के शिव मंदिर के पुजारी गोपाल शास्त्री ने कहा कि इस बार शोभन योग भी इस त्योहार को खास बना रहा है। उनका कहना है कि इस बार 474 साल बाद राखी पर महा संयोग बन रहा है। रक्षाबंधन पर्व पर राजयोग भी है। राखी पर इस साल भद्रा का साया नहीं रहेगा। इसलिए बहनें पूरे दिन भाई को राखी बांध सकेंगी। वैसे शुभ आठ बजे से लेकर छह बजे तक शुभ मुहूर्त है। इसके बाद भी महिलाएं राखी बांध सकती हैं।

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