मंदिर आंदोलन की हर कड़ी से रहा है दिल्ली का नाता
जागरण संवाददाता पश्चिमी दिल्ली मंदिर आंदोलन की हर कड़ी से राजधानी दिल्ली का नाता रहा ह
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : मंदिर आंदोलन की हर कड़ी से राजधानी दिल्ली का नाता रहा है। चाहे लाल कृष्ण आडवाणी द्वारा निकाली गई रथ यात्रा हो या फिर विश्व हिदू परिषद द्वारा निकाली गई राम जानकी रथ यात्रा। युवा शक्ति के साथ-साथ महिलाएं, बुजुर्गों ने भक्ति भाव के साथ रथ यात्रा का स्वागत करते हुए इलाके को राममय कर दिया था। भगवान श्रीराम की भक्ति में लीन इलाके के लोग ने अपने घरों में शिलाओं का पूजन कर इस उम्मीद के साथ अयोध्या भेजा था कि एक न एक दिन रामलला की जन्मभूमि पर जरूर मंदिर बनेगा। अब राम भक्तों के सपने को पूरा होने का समय निकट आ गया है।
बिदापुर वार्ड के पूर्व निगम पार्षद अचल शर्मा ने बताया कि जब विश्व हिदू परिषद द्वारा राम जानकी रथ यात्रा निकाली गई, उस समय भगवान श्रीराम की पूजा के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा था। सभी भगवान श्रीराम की पूजा करने को व्याकुल दिख रहे थे। पूरा इलाका जय श्रीराम के उद्घोष से गुंजायमान हो रहा था। अचल ने बताया कि उस समय वे बजरंग दल विभाग के संयोजक थे और इलाके में रथ को घुमाने की जिम्मेदारी उन्हें ही मिली थी। इतनी भीड़ जमा हो गई थी कि रथ धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था। भगवान श्रीराम के प्रति यही आस्था और उमंग हमें लाल कृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा के दौरान भी दिखाई दी। राजौरी गार्डन में जब रथ लेकर आडवाणी जी पहुंचे तो वहां पहले से ही हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। रथ यात्रा राजौरी गार्डन से तिलक नगर पहुंची। अचल ने बताया कि तिलक नगर में आडवाणी जी को एक तलवार भेंट की थी।
पांच हजार शिलाएं भेजी थी अयोध्या
अचल ने बताया कि विश्व हिदू परिषद की ओर से हर इलाके से शिलाओं का पूजन कर उसे अयोध्या भेजने की तैयारी की गई थी। इसको लेकर हम घर-घर पहुंचे और परिषद के इस आग्रह से लोगों को अवगत कराया। इलाके में पांच हजार से ज्यादा घरों में शिलाओं की पूजा की गई। किसी ने सवा रुपये, तो किसी ने दो रुपये के साथ शिलाएं हमको सौंपी, जिसे हम सभी ने अयोध्या भेजा। अब सभी राम भक्तों का सपना पूरा होने वाला है। राजधानी दिल्ली के लोग ने मंदिर आंदोलन में बढ़ चढ़कर भाग लिया था। हर आंदोलन में भगवान श्रीराम के प्रति भक्ति व समर्पण का भाव दिखाई दिया।