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एस्ट्रो फोटोग्राफी व एस्ट्रोनामी साइंस प्रदर्शनी में छात्रों ने किए ब्रह्मांड के दर्शन

दैनिक जागरण के प्रयासों से राष्ट्रीय राजधानी में एक अभिनव फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। जो ब्रह्मांड के असंख्य रहस्यों और अद्भुत नजारों को समेटे हुए है। ब्रह्मांड दर्शन: एस्ट्रो फोटोग्राफी एंड एस्ट्रोनामी साइंस नाम से आयोजित प्रदर्शनी में 1

By JagranEdited By: Updated: Wed, 31 Oct 2018 07:55 PM (IST)
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एस्ट्रो फोटोग्राफी व एस्ट्रोनामी साइंस प्रदर्शनी में छात्रों ने किए ब्रह्मांड के दर्शन

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दैनिक जागरण के प्रयासों से राष्ट्रीय राजधानी में एक अभिनव फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। जो ब्रह्मांड के असंख्य रहस्यों और अद्भुत नजारों को समेटे हुए है। 'ब्रह्मांड दर्शन: एस्ट्रो फोटोग्राफी एंड एस्ट्रोनामी साइंस' नाम से आयोजित प्रदर्शनी में 18 फोटोग्राफरों की 150 तस्वीरें लगाई गई हैं, जिसमें आकाश में हर पल घटती घटनाओं को कैमरे में कैद किया गया है। एस्ट्रो फोटोग्राफी प्रदर्शनी का इस तरह का देश में पहला प्रयोग है।

इनमें मिल्की वे, स्टार ट्रेल, उल्कापात, डीप स्काई, नेब्यूला व गैलक्सी अर्थ टू स्काई की तस्वीरें है। जिसे अजय तलवार, नीलम तलवार, हिमांशु जोशी, हिमांशु ओली, राजीव दुबे, अमित साह, अदिति खुराना और पूजा रौतेला समेत अन्य फोटोग्राफरों ने अपने कैमरे में कैद किए हैं। पहले दिन दिल्ली और उत्तराखंड के स्कूलों से आए सैकड़ों बच्चों ने तस्वीरों के माध्यम से आकाश के अद्भुत नजारों को देखकर रोमांचित नजर आए। प्रदर्शनी का बुधवार को उद्घाटन मुख्य अतिथि नेहरू प्लेनेटेरियम की निदेशक डॉ. एन रत्नाश्री व विशिष्ट अतिथि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के महापौर नरेंद्र चावला ने किया।

इस मौके पर खगोल विज्ञान के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. आरसी कपूर, आर्य भट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. एसबी पांडे, विज्ञान प्रसार, नोएडा के वैज्ञानिक निमिष कपूर मौजूद रहे। आयोजन में राजेंद्र खुराना, अमित सिंह, मुनीब रहमान व राजेश कुमार का भी सहयोग रहा।

इस अवसर पर 'एस्ट्रो टूरिज्म इन कुमाऊं हिमालया' पुस्तक का विमोचन किया गया, जिसमें खगोल विज्ञान में कैरियर, फोटोग्राफरों के लिए संभावनाओं के साथ एस्ट्रो टूरिज्म की संभावनाओं पर प्रकाश डाला गया है। इस मौके पर बच्चों से मुखातिब डॉ. एन रत्नाश्री ने उनसे आकाश में रुचि बढ़ाने का आग्रह करते हुए कहा कि आकाश में हर वक्त नया घटित हो रहा है। जिसे अगर देखते हैं तो सुकून महसूस होता है, लेकिन चिंता की बात यह है कि रोशनी और प्रदूषण से हम दिल्ली में स्वच्छ आकाश को नहीं देख सकते हैं। इसके लिए पहाड़ी इलाकों या गांवों का रुख करना होगा। दिल्ली में यह तारामंडल में संभव है। जहां आकाशीय घटनाओं को कृत्रिम तरीके से देख सकेंगे।

नरेंद्र चावला ने प्रदर्शनी को अद्भुत बताते हुए कहा कि वह नगर निगम के छात्रों को यह प्रदर्शनी दिखाने की व्यवस्था करेंगे। इस प्रदर्शनी के माध्यम से बच्चों में खगोल विज्ञान के बारे में रुचि बढ़ेगी। इस अवसर पर उन्होंने किसी भी लक्ष्य को पूरे मनोयोग व समर्पण के साथ करने की बात कहीं।

प्रो. आरसी कपूर ने कहा कि देश में कई मंदिर और ऐतिहासिक इमारतों का निर्माण खगोलीय गणनाओं के आधार पर किया गया है। इसलिए जब छात्र पर्यटन के लिए कहीं जाएं तो इस नजरिये से भी उन्हें देखे। खगोल के बारे में अधिक पढ़ें, उनके लिए नई दुनिया खुलेगी।

डॉ. एसबी पांडे ने कहा कि एस्ट्रो फोटोग्राफी के कैरियर में भरपूर संभावनाएं है। कई एमेच्योर स्ट्रानॉमर्स ने एस्ट्रो फोटोग्राफी में काम किए हैं। अगर इसमें नए लोग आते हैं तो आकाश के बारे में नई बातें पता चल सकती है।

इस मौके पर नैनीताल के पार्वती प्रेमा जगाती के छात्र योगेश कुमार, कनिष्क त्यागी, हार्दिक विरमन, शुभम चौधरी व हिमांक भंडारी, अस्मित चौधरी, हर्षित रौतेला, ज्ञान वैभव ने आर्यभट्ट के जीवन और उनके आविष्कार पर नाट्य मंचन किया। इस प्रदर्शनी के आयोजन में जीडी गोयनका नैनीताल, पार्वती प्रेमा जगाती सरस्वती विहार, नैनीताल, बिड़ला विद्या मंदिर, नैनीताल, अम्तुल पब्लिक स्कूल, नैनीताल, सेंट जेवियर्स, एरीज व नैनीताल बैंक सहयोगी हैं।

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