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शास्त्रीपार्क व सीलमपुर में बनेंगे नए फ्लाईओवर

-मनोज तिवारी को उपराज्यपाल ने जल्द योजना को आगे बढ़ाने का दिया था भरोसा राज्य ब्यूरो, न

By JagranEdited By: Updated: Tue, 03 Jul 2018 08:43 PM (IST)
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शास्त्रीपार्क व सीलमपुर में बनेंगे नए फ्लाईओवर

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली :

दिल्ली सरकार की कैबिनेट ने मंगलवार को शास्त्रीपार्क लालबत्ती और सीलमपुर में पहले से बने फ्लाईओवर के समानांतर फ्लाईओवर बनाने की परियोजना को मंजूरी दे दी। इस परियोजना पर 303 करोड़ तक खर्च आने का अनुमान है। परियोजना को दो साल में पूरा किया जाएगा। मंजूरी मिलने के बाद लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) अब इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू करेगा। माना जा रहा है कि अगले चार माह में योजना पर काम शुरू कर दिया जाएगा।

2007 में शास्त्रीपार्क लालबत्ती चौक को सिग्नल फ्री किए जाने की योजना बनी थी। जिसे 2010 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले पूरा किया जाना था। मगर बाद में इस परियोजना को वापस ले लिया गया था। उसके बाद इसके लिए कोई योजना नहीं बन सकी थी।

सीलमपुर में सिंगल फ्लाईओवर होने से दिलशाद गार्डन से आइएसबीटी कश्मीरी गेट की ओर आने वाले लोग सुबह व शाम को जाम से जूझती है। वहीं शास्त्रीपार्क लालबत्ती पर यातायात का भारी दबाव होने के कारण दिन भर जाम की स्थिति बनी रहती है।

उत्तरी पूर्वी दिल्ली से सासद व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी 12 अप्रैल को इस योजना को लेकर शास्त्रीपार्क चौक पर भूख हड़ताल की थी। वह उपराज्यपाल अनिल बैजल के जल्द काम शुरू करवाने के आश्वासन के बाद ही अनशन से उठे थे।

क्या है योजना और क्या होगा लाभ

इस परियोजना से आइएसबीटी कश्मीरी गेट से दिलशाद गार्डन तक यातायात सिग्नल फ्री हो सकेगा। योजना के तहत शास्त्री पार्क चौक पर जीटी रोड पर 700 मीटर लंबा छह लेन वाला फ्लाईओवर बनेगा। फ्लाईओवर के साथ लूप बनाए जाएंगे। इनसे लोग खजुरी चौक से आकर कश्मीरी गेट की ओर तथा गाधी नगर से आकर शाहदरा की ओर जा सकेंगे। इसके अलावा तीन मीटर का अंडरपास भी बनाया जाएगा।

सीलमपुर टी-प्वाइंट पर पहले से बने फ्लाईओवर के साथ 1200 मीटर का वन वे (दो लेन) फ्लाईओवर बनेगा।

दिलशाद गार्डन से आइएसबीटी की ओर आने वाले लोग इसका उपयोग कर सकेंगे। इस रोड पर दिलशाद गार्डन तक कोई लालबत्ती नहीं रहेगी।

ईंधन की होगी बचत

इस योजना की मदद से आइएसबीटी से लेकर दिलशाद गार्डन तक के बीच लगने वाले समय में काफी कटौती होगी। इससे प्रतिदिन 2625 लीटर ईधन की बचत होगी। अनुमान है कि इससे प्रतिदिन करीब 4.97 लाख रुपये का खर्च बचेगा। विभाग की मानें तो फ्लाईओवर बनने के चार साल में ही इसकी लागत वसूल हो जाएगी।

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