सदमे से उबर रहा पालतू टॉमी
राजधानी के बुराड़ी इलाके में हुई 11 लोगों की मौत से परिवार का 12वां सदस्य टॉमी सदमे से उबरने की कोशिश में है। टॉमी नामक कुत्ते का इलाज सेक्टर-55 के हाउस ऑफ स्ट्रेस एनिमल संस्था के क्लीनिक चल रहा था।
By JagranEdited By: Updated: Tue, 03 Jul 2018 11:09 PM (IST)
जागरण संवाददाता, नोएडा :
भाटिया परिवार का 12वां सदस्य टॉमी सदमे से उबरने की कोशिश में है। टॉमी नामक डॉगी का इलाज सेक्टर-55 के हाउस ऑफ स्ट्रेस एनिमल संस्था के क्लीनिक में चल रहा था। मंगलवार को दोपहर उसे दिल्ली के संजय गांधी एनिमल केयर सेंटर में भेज दिया गया। क्लीनिक के संस्थापक संजय महापात्रा ने बताया कि जब टॉमी को नोएडा लाया गया तब वह गहरे सदमे में था। उसे 108 डिग्री बुखार था और दो दिनों तक उसने कुछ खाया भी नहीं। लेकिन, अब उसकी हालत में सुधार है, वह अब दलिया, चिकन, दाल और रोटी खा रहा है। उन्होंने बताया कि जब टीवी पर एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत की खबर देखी तो वह भी घटनास्थल पर पहुंचे। वहां उनकी नजर जंजीर से बंधे टॉमी पर पड़ी। पुलिस से बातचीत के बाद उनको टॉमी सौंप दिया गया। महापात्रा ने बताया कि टॉमी को वहां से रेस्क्यू करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी और करीब डेढ़ घंटे का समय लगा। शुरू के दो दिन डॉगी को ¨पजरे में रखा गया। लेकिन अब वह काफी शांत है। वह इसे गोद लेना चाहते हैं, लेकिन मेनका गांधी का फोन आने के बाद इसे संजय गांधी एनिमल केयर सेंटर भेजा जा रहा है।
तो बच सकती थी 11 लोगों की जान
संजय ने बताया कि घटना के वक्त टॉमी बंधा नहीं होता तो शायद उन लोगों की जान बच सकती थी। शायद इसके भौंकने से वे लोग अपना इरादा बदल देते। भाटिया परिवार के पड़ोसियों ने भी बताया था कि टॉमी दिन में जरूर भौंकता था, लेकिन उस दिन उसके भौंकने की कोई आवाज नहीं आई। इसका मतलब शायद उसे किसी ने बेहोश कर दिया हो। परिवार की एक सदस्य नोएडा में करती थी नौकरी प्रियंका भाटिया नोएडा सेक्टर-127 स्थित सीपीए ग्लोबल कंपनी में नौकरी करती थी। वह इस कंपनी में फाइनेंस डिपार्टमेंट में सीनियर एक्जीक्यूटिव थी। वह घटना से एक दिन पहले तक ऑफिस आई थी। साथ में काम करने वालों ने बताया कि प्रियंका के व्यवहार से नहीं लगा कि वह परेशान है और इतना बड़ा कदम उठाएगी।
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