Survey: 81% दिल्ली के लोगों को चाहिए पूर्ण राज्य का दर्जा
दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने को लेकर सी-वोटर और हफिंग्टन पोस्ट द्वारा कराए गए सर्वे में 81 फीसद लोग इसके पक्ष में, जबकि 19 फीसद लोग इसके विरोध में हैं। भाजपा भले ही जनमत संग्रह के खिलाफ हो, लेकिन सर्वे के मुताबिक 62 फीसद भाजपा समर्थक भी इसके
By JP YadavEdited By: Updated: Tue, 14 Jul 2015 11:07 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने को लेकर सी-वोटर और हफिंग्टन पोस्ट द्वारा कराए गए सर्वे में 81 फीसद लोग इसके पक्ष में, जबकि 19 फीसद लोग इसके विरोध में हैं। भाजपा भले ही जनमत संग्रह के खिलाफ हो, लेकिन सर्वे के मुताबिक 62 फीसद भाजपा समर्थक भी इसके पक्ष में हैं।
85 फीसद कांग्रेस समर्थक भी जनमत संग्रह के पक्ष में हैं। आम आदमी पार्टी के 93 फीसद समर्थक पूर्ण राज्य के दर्जे के लिए जनमत संग्रह के पक्ष में हैं, जबकि एक फीसद लोग चाहते हैं कि दिल्ली पूर्ण राज्य तो बने लेकिन जनमत संग्रह न हो। हाल ही में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए जनमत संग्रह की बात कही थी, जिसका भाजपा और कांग्रेस ने विरोध किया था। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना कि दिल्ली ही नहीं, देशभर से लोग चाहते हैं कि दिल्ली पूर्ण राज्य बने। दिल्ली साफ सुथरी हो, भ्रष्टाचार मुक्त हो और पूरे देश के लिए नजीर बने। सिसोदिया ने कहा कि सरकार में सभी विकल्पों पर विचार चल रहा है। रेफेरेंडम कौन करेगा, कैसे करेगा इस पर बहुत से विकल्पों पर विचार हो रहा है। जब ठोस प्लान बन जाएगा तो सरकार उसके बारे में बताएगी।
जनमत संग्रह पर क्या कोई कानूनी अड़चन या संविधान में ऐसा कोई प्रावधान है, इस बारे में पूछे जाने पर सिसोदिया ने कहा कि लोकतंत्र में सबसे ऊपर जनता की राय होती है। संविधान के दायरे से बाहर कुछ नहीं हो सकता। संविधान के दायरे में लोगों की राय आए, इसमें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
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