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पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय में चोरों का कहर

जिस जगह प्रशिक्षण के दौरान पुलिसकर्मियों को अपराध पर काबू पाने के लिए तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जाता है, उस जगह पर भी चोर बड़ी आसानी से वारदात को अंजाम देकर पुलिसकर्मियों के लिए ही चुनौती पेश कर रहे हैं। मामला बाबा हरिदास नगर थाना क्षेत्र में झाड़ौदा कलां स्थित दिल्ली पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय से जुड़ा है। यहां एक दो नहीं बल्कि प्रशिक्षण ले रही चार महिला पुलिसकर्मियों के सामान पर चोर ने हाथ साफ कर लिया और किसी को भनक तक नहीं लगी। बाबा हरिदास नगर मामले की तहकीकात में जुटी है।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 03 Jul 2018 09:59 PM (IST)
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पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय में चोरों का कहर
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली :

जिस जगह प्रशिक्षण के दौरान पुलिसकर्मियों को अपराध पर काबू पाने के लिए तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाता है, उस जगह पर भी चोर बड़ी आसानी से वारदात को अंजाम देकर उनके लिए ही चुनौती पेश कर रहे हैं। मामला बाबा हरिदास नगर थाना क्षेत्र में झाड़ौदा कलां स्थित दिल्ली पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय से जुड़ा है। यहां एक-दो नहीं, बल्कि प्रशिक्षण ले रही चार महिला पुलिसकर्मियों के सामान पर चोर ने हाथ साफ कर लिया और किसी को भनक तक नहीं लगी। बाबा हरिदास नगर थाना पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है।

थाने में दर्ज कराई गई शिकायत में महिला कांस्टेबल पारुल ने कहा है कि उनकी ड्यूटी पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय के बैरक संख्या छह में लगी थी। इस बैरक की महिला पुलिसकर्मी परेड में हिस्सा लेने सुबह गई हुई थीं। जब वे वापस आई तो उन्होंने इन्हें बताया कि आलमारी के अंदर रखे उनके सामान गायब हैं। जिन महिला पुलिसकर्मियों के सामान गायब थे उनमें महिला कांस्टेबल पूजा, प्रीति, ¨पकी व रेनू शामिल हैं। महिला कांस्टेबल पूजा व रेनू का मोबाइल गायब था। प्रीति के मोबाइल के अलावा पैन कार्ड, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र व एटीएम कार्ड गायब थे। ¨पकी के मोबाइल, करीब डेढ़ हजार रुपये नकद, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र व एटीएम कार्ड गायब पाए गए। सभी के सामान उनकी अपनी-अपनी आलमारियों में रखे थे। शिकायत में बताया गया है कि आलमारी की चाबी को इन्होंने चारपाई पर बिछे चादर के नीचे रखा था।

बता दें कि दिल्ली पुलिस का एकमात्र पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय झाड़ौदा कलां में स्थित है। करीब 220 एकड़ में फैले इस परिसर में प्रवेश के लिए पुलिसकर्मियों के अलावा सभी को अनुमति की जरूरत होती है। परिसर के द्वार पर पूरी छानबीन के बाद ही किसी को प्रवेश दिया जाता है। मुख्य द्वार से कुछ ही कदम की दूरी पर बाबा हरिदास नगर थाना भी है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि आखिर चोरी की वारदात को किसने अंजाम दिया। परिसर में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं। ऐसे में पुलिस फुटेज से भी आरोपित के बारे में पता करने की कोशिश कर रही है।

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