Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Year Ender 2022: साल की शुरुआत में आरडीएक्स से हड़कंप, आखिर में पुलिस को बटोरने पड़े शवों के टुकड़े

साल 2022 में दिल्ली में कई घटनाएं चर्चा का केंद्र बनी रहीं। इन घटनाओं को लेकर दिल्ली पुलिस की कानून व्यवस्था पर सवाल उठे। साल के शुरूआत में एक माह के अंतराल पर गाजीपुर फूल मंडी के गेट व सीमापुरी में दो पिट्ठू बैग में आरडीएक्स मिला।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Thu, 29 Dec 2022 12:52 PM (IST)
Hero Image
2022: साल की शुरुआत में आरडीएक्स से हड़कंप, आखिर में बटोरने पड़े शवों के टुकड़े

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। राजधानी दिल्ली में इस साल की शुरूआत में एक माह के अंतराल पर दो अलग-अलग जगहों पर दो पिट्ठू बैग में दो आरडीएक्स मिलने के मामले ने साल के शुरूआत में ही लचर कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए।

गणतंत्र दिवस समारोह से पहले मिला था आरडीएक्स

सबसे पहले 14 जनवरी को गाजीपुर फूल मंडी के गेट नंबर एक के बाहर कोने में बैग में तीन किलो आरडीएक्स रखा हुआ मिला जिसे एनएसजी के बम निरोधक दस्ता ने वहीं पर खाली मैदान में लेजाकर मशीन के अंदर रखकर निष्क्रिय कर दिया। ऐसा पहली बार देखा गया जब गणतंत्र दिवस समारोह से चंद दिन पहले राजधानी में भारी मात्रा में आरडीएक्स मिला हो।

केंद्रीय एजेंसियों के सहयोग से स्पेशल सेल को कुछ सुराग मिलने पर सेल की टीम जब आतंकी को दबोचने एक माह बाद सीमापुरी स्थित एक बंद पड़े मकान पर पहुंची तब 17 फरवरी को उसी तरह के एक बैग में फिर आरडीएक्स मिला जिससे दिल्ली वासी दहशत में आ गए। सेल को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दो संदिग्धों की तस्वीरें मिल गई थी बावजूद इसके दोनों मामले को सेल अब तक नहीं सुलझा पाई है।

बेहद पेशेवर माने जानी वाली दिल्ली पुलिस अन्य राज्यों के बड़े से बड़े मामले को सुलझाती रही है, लेकिन आरडीएक्स रखने वाले आतंकियों को अबतक गिरफ्तार क्यों नहीं कर पा रही पूरी दिल्ली पुलिस पर यह बड़ा सवाल है। फरवरी में दिल्ली पुलिस के तत्कालीन मुखिया राकेश अस्थाना ने सालाना पत्रकार वार्ता में दावा किया था कि जांच एजेंसी को सुराग मिल गया है जल्द ही पुलिस दोनों मामले को सुलझा लेगी लेकिन दावे हवाई साबित हुए।

श्रद्धा हत्याकांड की जांच को लेकर सुर्खियों में रही पुलिस

साल के शुरूआत में जहां उक्त दोनों मामले को लेकर दिल्ली पुलिस की खूब किरकिरी हुई वहीं, साल के अंत में मुंबई की रहने वाली 28 वर्षीय युवती श्रद्धा वालकर हत्याकांड और पंजाब के कांग्रेस नेता व मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जांच को लेकर दिल्ली पुलिस खूब सुखियों में रही। श्रद्धा के गुमशुदगी की रिपोर्ट मुंबई में दर्ज थी उस हिसाब से मुंबई पुलिस को जांच करना चाहिए लेकिन मुंबई पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई।

महरौली में श्रद्धा की हत्या की हत्या कर सारे सुबूत मिटा दिए जाने के सात माह बाद जब दिल्ली पुलिस को घटना की जानकारी मिली तब दिल्ली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पहले आरोपित आफताब को गिरफ्तार किया उसके बाद उससे पूछताछ के आधार पर सुबूत जुटा केस को सुलझा कर बड़ा मिशाल पेश की।

जंगलों से शवों की हड्डियां ढूंढकर पुलिस ने श्रद्धा के पिता के खून के नमूने लेकर उसका डीएनए मैच कराया। बेहद संवेदनशील केस में पुलिस ने आरोपित का पालीग्राफ व नार्को जांच करवा फोरेंसिक सुबूतों के आधार पर केस को सुलझाने में में कामयाबी मिली।

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड: पुलिस ने की ताबड़तोड़ कार्रवाई

इस घटना से कुछ माह पहले दिल्ली पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले में भी पंजाब पुलिस से आगे निकलकर घटना में शामिल न केवल कई गैंगस्टर को गिरफ्तार किया बल्कि हत्या से तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर व कनाडा में छिपे गैंगस्टर के गठजोड़ का भी भंडाफोड़ किया। उसके बाद ही पंजाब पुलिस की जांच आगे बढ़ पाई और पंजाब पुलिस ने भी ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए वारदात व साजिश में शामिल अन्य आरोपितों को दबोचा।

सलमान खान के पिता को धमकी भरा पत्र

मूसेवाला की हत्या कराने वाले कुख्यात लारेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गिरोह द्वारा अभिनेता सलमान खान के पिता को धमकी भरा पत्र भेजने वाले मामले का भी दिल्ली पुलिस ने ही खुलासा किया। जांच में यह बात सामने आइ कि मूसेवाला की हत्या से पहले इन गैंगस्टरों के शूटरों ने मुंबई में कई दिनों तक डेरा डालकर सलमान खान की हत्या करने के लिए भी रेकी की थी। उक्त साजिश के बारे में दिल्ली पुलिस ने मुंबई पुलिस को अवगत कराया जिसके बाद सलमान खान की सुरक्षा बढ़ा दी गई।

इस साल लगातार दूसरी बार दिल्ली पुलिस का मुखिया गैर यूटी काडर के आइपीएस को बनाए जाने से यूटी काडर के आइपीएस को दूसरी बार बड़ा झटका लगा और उनमें मायूसी देखने को मिला। जुलाई में यह कयास लगाया जाता रहा कि केंद्र सरकार से बेहद करीबी रिश्ते होने के कारण राकेश अस्थाना को दोबारा भी सेवा विस्तार मिल जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

IPS संजय अरोड़ा को मिली दिल्ली पुलिस की कमान

तमिलनाडु काडर के आइपीएस संजय अरोड़ा को दिल्ली पुलिस का नया मुखिया बना दिया गया। अस्थाना ने दिल्ली पुलिस में कुछ नया करने की भरपूर कोशिश की। नए-नए अधिकारियों को जिम्मेदारी दी लेकिन उनके द्वारा किए गए कई प्रयोग सफल नहीं हुआ।

बड़ी संख्या में आइपीएस से लेकर इंस्पेक्टरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, जिन्हें बाद में जिम्मेदार पदों से या तो हटा दिया गया अथवा दिल्ली से बाहर भेज दिया गया। द्वारका के डीसीपी शंकर चौधरी द्वारा ग्रेटर कैलाश के एक बार में महिला से अभद्र हरकत करने पर उन्हें हटाना पड़ा। कुछ अन्य डीसीपी को दिल्ली से बाहर भेज दिया गया। अस्थाना ने कुछ वर्तमान डीसीपी को डिस्पलेजर भी जारी किया था लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई करने से पहले वह खुद ही सेवानिवृत्त हो गए। 

ट्रांसफर पोस्टिंग पालिसी को लेकर दिल्ली पुलिस साल भर सुर्खियों में रही। अस्थाना के बाद से पालिसी को लेकर सवाल ही उठ रहे हैं। इससे महकमे में बेहद नाराजगी है। इस साल दिल्ली पुलिस के एक कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शरीक हुए। उन्होंने दिल्ली पुलिस को मुकदमों की जांच की गुणवत्ता में सुधार लाने की नसीहत दी। उनके सुझाव पर दिल्ली पुलिस कहां तक खड़ा उतर पाएगी यह कहना अभी मुश्किल है।

नए आयुक्त ने वर्षों बाद आम लोगों की शिकायतों को सुनने के लिए पुलिस मुख्यालय में जन सुनवाई की सुविधा शुरू की लेकिन यह खानापूर्ति ही दिख रही है। पीड़ितों को अभी भी थाने के चक्कर ही काटने पड़ते हैं लेकिन थानेदारों से भी वे नहीं मिल पाते हैं।

प्रापर्टी डीलर अमित गुप्ता हत्याकांड

उत्तरी जिले में होटेलियर व प्रापर्टी डीलर अमित गुप्ता हत्याकांड दिल्ली पुलिस में सबसे अधिक चर्चा में रहा। इसका कारण यह रहा कि गुप्ता के तमाम आइपीएस व आइएएस से बेहद संबंध था। आरोप है कि उसके जरिए कई अधिकारियों की माेटी रकम अलग-अलग व्यवसाय में लगे हुए थे। अमित की हत्या के बाद अधिकारियों के सारे पैसे डूब गए। इस हत्याकांड को लेकर आइएएस व आइपीएस के बीच सबसे अधिक चर्चा होती रही।

 बुल्ली बाई एप

2022 में दिल्ली पुलिस में कई चर्चित घटनाएं हुई जिनमें मुस्लिम महिलाओं की ''नीलामी'' करने वाले ''बुल्ली बाई'' एप भी शामिल था। पुलिस ने कई राज्यों में अभियान चला बुल्ली बाई एक के निर्माता की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया।