तीन डीसीपी और आठ एसीपी की टीमें जांच में जुटी
जासं, नई दिल्ली : बुराड़ी कांड की जांच के लिए पुलिस की भारी भरकम टीम लगाई गई है। दरअसल पुलिस को मौके
जासं, नई दिल्ली : बुराड़ी कांड की जांच के लिए पुलिस की भारी भरकम टीम लगाई गई है। दरअसल पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। लिहाजा पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रख कर आगे बढ़ रही है। घटना की जांच में स्थानीय पुलिस के साथ ही स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तीन डीसीपी और आठ एसीपी सहित 12 एसएचओ और 22 इंस्पेक्टर को जांच कार्य में लगाया गया है।
दरअसल प्रथम दृष्टया मामला हत्या का लग रहा है। इसलिए पुलिस ने इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस की दलील है कि बुजुर्ग महिला नारायण देवी का शव फर्श पर मिला है। हालांकि उसके गले में भी फंदा लगा हुआ है। माना जा रहा है कि उसकी हत्या गला घोटकर की गई है। इस परिस्थिति में मारने वाले ने महिला को मार यदि आत्महत्या भी कर ली हो तो मामला हत्या का बनता है। उधर पुलिस अधिकारी संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत को अध्यात्म से जुड़ा मामला बता रहे हैं।
बावजूद इसके कई ऐसे सवाल हैं जो पुलिस को जांच के लिए मजबूर कर रहे हैं। जैसे यदि पूरे परिवार ने मोक्ष प्राप्ति के लिए यदि फांसी लगा ली तो घर का मुख्य दरवाजा क्यों खुला था? क्योंकि थोड़ी भी आवाज होने पर बाहर से कोई भी आकर उनका बचाव कर सकता था। वहीं, इतने बड़े कदम उठाने के बावजूद परिवार ने कोई सुसाइड नोट क्यों नहीं छोड़ा? क्या इस घटना में अन्य कोई पेंच है अथवा इसमें कोई और भी शामिल है। पुलिस की टीम इन सभी कोणों से मामले की जांच में जुटी हुई है।
20 दिन बाद घर में बजने वाली थी शहनाई
बुराड़ी में संदिग्ध परिस्थिति में 11 लोगों की मौत के मामले में पुलिस अभी स्पष्ट तौर पर कुछ भी नहीं कह पा रही है। घटना को क्यों और कैसे अंजाम दिया गया इसका कोई चश्मदीद अथवा पुख्ता सुबूत हाथ नहीं लगा है। यही भी बात सामने आई है कि परिवार में एक युवती का रिश्ता तय हो गया था। पड़ोसी राजेश तोमर ने बताया कि नारायण देवी की नातिन प्रियंका की 20 दिन बाद शादी होनी थी। पूरे परिवार में खुशी का माहौल था।