दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे वायरल बुखार, डेंगू, मलेरिया के मामले, अस्पतालों में बढ़ा मरीजों का दबाव
लोकनायक अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डा सुरेश कुमार ने बताया कि वायरल बुखार सहित डेंगू मलेरिया स्वाइन फ्लू और चिकनगुनिया के मामले बढ़ने से लोकनायक अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या अब बढ़कर 3500 तक पहुंच गई है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी में लगातार मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। इससे लोगों में बुखार, वायरल बुखार, डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले बढ़ रहे हैं। इस वजह से अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की संख्या सैकड़ों से हजारों में पहुंच गई है। इनमें एक चौथाई मरीज वायरल बुखार से पीड़ित हैं। इन मरीजों में सिरदर्द, सर्दी-जुकाम, बदनदर्द, गले में खराश, सांस फूलना, ठंड लगना और थकान की शिकायतें मिल रही हैं। जांच करने पर अधितकर मरीजों में वायरल बुखार की पुष्टि हो रही है।
लोकनायक अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डा सुरेश कुमार ने बताया कि वायरल बुखार सहित डेंगू, मलेरिया, स्वाइन फ्लू और चिकनगुनिया के मामले बढ़ने से लोकनायक अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या अब बढ़कर 3500 तक पहुंच गई है। पहले यह तीन हजार के करीब थी। इनमें से 100 से लेकर 150 तक मरीज बुखार के आ रहे हैं।
वहीं, रा़जीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल व चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय के चिकित्सा निदेशक डा बीएल शेरवाल ने बताया कि पिछले दो-तीन दिन से उनके यहां भी बुखार के मरीजों की संख्या बढ़कर करीब तीन गुनी हो गई है। पहले ओपीडी में प्रतिदिन 500-600 मरीज आते हैं। अब इनकी संख्या बढ़कर 1800 तक पहुंच गई है। डा. शेरवाल ने आगे बताया कि पहले वायरल बुखार की संक्रमण दर दो फीसद तक थी। हाल ही में यह बढ़कर आठ से नौ फीसद तक पहुंच गई है। इसी तरह जीटीबी अस्पताल में भी मरीजों की संख्या बढ़ गई है।
वहीं, आकाश हेल्थकेयर अस्पताल द्वारका में इंटरनल मेडिसिन के डाक्टर प्रभात सिन्हा ने बताया कि उनकी ओपीडी में आने वाले 100 मरीजों में फिलहाल 70 मरीज बुखार के आ रहे हैं। वहीं, बालकराम अस्पताल के सीएमओ डा विकास ने बताया कि यहां भी ओपीडी में प्रतिदिन 50 से 60 मरीज बुखार के आ रहे हैं। इसके साथ ही हिंदू राव अस्पताल, कस्तूरबा गांधी अस्पताल, राम मनोहर लोहिया, सफदरजंग और दीनदयाल उपाध्याय जैसे बड़े अस्पतालों की ओपीडी में भी बुखार के मरीजोें की संख्या बढ़ी है।