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जोन उपायुक्त को लेकर पार्षद और व्यापारी आमने-सामने

नेमिष हेमंत, नई दिल्ली सदर पहाड़गंज जोन की उपायुक्त रुचिका कात्याल के खिलाफ पार्षदों का

By JagranEdited By: Updated: Sun, 02 Sep 2018 10:15 PM (IST)
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जोन उपायुक्त को लेकर पार्षद और व्यापारी आमने-सामने
नेमिष हेमंत, नई दिल्ली

सदर पहाड़गंज जोन की उपायुक्त रुचिका कात्याल के खिलाफ पार्षदों का आंदोलन चर्चा में है। दलीय मतभेदों से ऊपर उठकर पार्षदों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। आरोप है कि उपायुक्त के साथ ही नगर निगम के अधिकारियों का रवैया तानाशाहपूर्ण है। ऐसे में दो बार से वार्ड कमेटी की बैठक का बहिष्कार हो रहा है। हर शुक्रवार को वार्ड कमेटी की बैठक होती है। पार्षदों का कहना है कि यह बहिष्कार आगे भी जारी रहेगा। पार्षदों का यह रुख चांदनी चौक व खारी बावली जैसे इलाके के अन्य बाजारों में चर्चा का विषय है। दिलचस्प यह कि जहां पार्षद आंदोलनरत हैं, वहीं उपायुक्त के समर्थन में व्यापारी संगठन उतर आए हैं।

क्या कहते हैं पार्षद

सदर पहाड़गंज जोन के अध्यक्ष मो. सादिक ने कहा कि बहिष्कार की मुख्य वजह निगम अधिकारियों की उदासीनता है। अधिकारी पार्षदों की बातों को सुनते नहीं हैं। मनमाने तरीके से कार्य करते हैं, जिससे जनता परेशान होती है। चांदनी चौक के पार्षद रविंद्र कुमार ने उपायुक्त पर उन लोगों को विश्वास में न लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि उपायुक्त बिना सूचित किए इलाके के निरीक्षण में आ जाती हैं। कार्रवाई में भी यही हाल है। बिना नोटिस दिए अतिक्रमण हटाने के अभियान में व्यापारियों में आक्रोश है।

स्थायी समिति के सदस्य और भाजपा पार्षद अवतार सिंह ने कहा कि वार्ड समिति के तहत आने वाले क्षेत्र के विकास और लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए कई प्रस्ताव पारित किए गए थे, लेकिन जोन उपायुक्त वार्ड समिति की ओर से पारित किए गए प्रस्तावों को लागू नहीं कर रही हैं। इस कारण सभी पार्षद उपायुक्त का विरोध कर रहे हैं। जब तक जोन उपायुक्त को हटाया नहीं जाएगा तब तक विरोध होता रहेगा और कोई भी पार्षद वार्ड समिति में हिस्सा नहीं लेगा। इस बारे में उपायुक्त का पक्ष जानने की भी कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन नहीं उठा।

अतिक्रमण हटाओ अभियान से बढ़ा तकरार

विवाद से जुड़े लोगों की मानें तो पार्षदों और उपायुक्त में तकरार अतिक्रमण हटाओ अभियान से बढ़ा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नगर निगम की ओर से चांदनी चौक, खारी बावली, सदर बाजार, सीताराम बाजार समेत अन्य बाजारों में अतिक्रमण हटाने का अभियान चला। पार्षदों का आरोप है कि बिना नोटिस और पूर्व सूचना के अभियान चला। उसमें भी मनमानी हुई।

उपायुक्त के पक्ष में खड़े चांदनी चौक के दुकानदार

दिलचस्प मामला यह है कि उपायुक्त को चांदनी चौक के व्यापारियों का समर्थन मिल रहा है। चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय भार्गव ने कहा कि लंबे वक्त बाद कोई ऐसा अधिकारी आई हैं, जो चांदनी चौक के साथ सदर पहाड़गंज जोन के विकास को लेकर गंभीर है। वे अच्छी सुलझी हुई अधिकारी हैं। न्याय दिलाने की पूरी कोशिश करती हैं। व्यापारियों के साथ उनका संबंध बेहतर है। उन्होंने कहा कि वैसे हाईकोर्ट के एक आदेश से उन्हें इस जोन से हटाया भी नहीं जा सकता है, क्योंकि चांदनी चौक पुनर्विकास परियोजना की नोडल अधिकारी हैं। भगीरथ पैलेस इलेक्ट्रिकल ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भारत आहूजा ने भी उपायुक्त के कार्यो की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने दुकानदारों की मांग पर बाजार में सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति में सुधार किया है। कई नए शौचालयों का निर्माण भी कराया है। वे अन्य समस्याओं को दूर करने का प्रयास करती हैं।

विरोध यहां भी

खारी बावली के कारोबारी नेता व दिल्ली प्रदेश ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय गुप्ता ने पार्षदों के पक्ष में खड़ा होते हुए कहा कि जनता के प्रति जवाबदेही तो पार्षदों की है। जिस तरह से अतिक्रमण हटाने के दौरान तोड़फोड़ हुई, उसमें नगर निगम का रवैया तानाशाही वाला था।

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