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Hindu Religion: जानिए हिंदू धर्म की ये खास बातें, जो विज्ञान की दृष्टि से भी रखती हैं विशेष महत्व

Hindu Religion धर्म का अर्थ होता है सही काम करना या अपने कर्तव्य पथ पर चलना। सरल शब्दों में धर्म को नियम भी कहा जा सकता है। हर धर्म के अपने कुछ विशेष नियम और रीति-रिवाज होते हैं। जिससे उस धर्म को एक अलग पहचान मिलती है। दुनिया में कई धर्म पाए जाते हैं जैसे- हिंदू धर्म इस्लाम धर्म सिख धर्म और ईसाई धर्म आदि।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Mon, 14 Aug 2023 03:01 PM (IST)
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Hindu Religion जानिए सनातन धर्म की ये खास बातें।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Hindu Religion: सनातन धर्म जिसे हिंदू धर्म के नाम से भी जाना जाता है, यह विश्व के सबसे प्राचीन धर्मों में से एक है। यह धर्म जितना प्राचीन है उतना वैज्ञानिक भी। आज हम आपको हिंदू धर्म के बारे में कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं जो विज्ञान की दृष्टि से भी विशेष महत्व रखती हैं।

क्या है सनातन का अर्थ

सनातन का शाब्दिक अर्थ है - शाश्वत या 'सदा बना रहने वाला', यानी जिसका न आदि है न अन्त। सनातन धर्म जिसे हिन्दू धर्म अथवा वैदिक धर्म के नाम से भी जाना जाता है। भारत की सिंधु घाटी सभ्यता में हिन्दू धर्म के कई चिह्न मिलते हैं। यह धर्म, ज्ञात रूप से लगभग 12000 वर्ष पुराना है जबकि कुछ पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिंदू धर्म को 90 हजार वर्ष पुराना भी माना गया है।

हवन का महत्व

हिंदू धर्म में हवन का विशेष महत्व है। प्राचीन काल से ही किसी भी धार्मिक अनुष्ठान में मुख्य रूप से हवन किया जाता था। इसमें आम की लड़कियां, देसी घी, कपूर, लौंग, चावल, ब्राह्मी, मुलैठी की जड़, बहेड़ा का फल, बेल, नीम, पलाश का पौधा, देवदार की जड़, गूलर की छाल और पत्ती, लोबान, इलायची आदि जैसी कई लाभकारी सामग्री का प्रयोग किया जाता है।

हिंदू धर्म में माना गया है कि हवन से सभी प्रकार की नकारात्मकता समाप्त हो जाती है। वहीं विज्ञान ने भी इस बात को माना है कि हवन वायु में मौजूद कीटाणुओं को समाप्त करने में कारगर है। साथ ही इससे व्यक्ति को सांस संबंधी बीमारियों से भी राहत मिलती है।

तुलसी के लाभ

प्रत्येक हिंदू परिवार में तुलसी का पौधा विशेष रूप से पाया जाता है। साथ ही इसकी पूजा भी की जाती है। भोग आदि में भी तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं आयुर्वेद में भी इसका उपयोग औषधि के रूप में किया जाता रहा है। तुलसी की पत्तों से लेकर इसकी जड़ और बीज सभी गुणों से भरे हैं। वैज्ञानिकों ने भी इस बात को प्रमाणित किया है कि तुलसी के पत्ते से हर छोटे-बड़े रोग दूर हो जाते हैं। तुलसी का पौधा आसपास के वातावरण को भी शुद्ध करता है।

उपवास रखना

हिन्दू धर्म में उपवास रखने की परंपरा प्राचीन समय से ही चली आ रही है। शास्त्रों में उपवास रखने का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, व्रत रखने से मनुष्य को भगवान के नजदीक रहने के शक्ति और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

साथ ही यह भी माना जाता कि व्रत रखने पर सभी तरह के पापों और कष्टों से मुक्ति मिलती है। वहीं विज्ञान ने भी यह पाया कि उपवास करने से पाचन क्रिया संतुलित और तंदुरुस्त रहती है। उपवास करने से शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद मिलती है।

सूर्य की पूजा

हिन्दू धर्म में सुबह में स्नान करने के बाद सूर्य को जल अर्पित किया जाता है और पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करने से भगवान सूर्यदेव का आशीर्वाद मिलता है। इसके पीछे कई विज्ञान की दृष्टि से भी कई लाभ छुपे हैं। सुबह की सूर्योदय की किरणें स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी होती हैं। यह विटामिन डी प्राप्त करने का एक बेहतर स्रोत हैं।

मंत्रोच्चारण के लाभ

हिंदू धर्म में किसी भी कार्य की पवित्रता बनाए रखने के लिए उसे मंत्रों से जोड़ा गया है। साथ ही यह भी माना गया है कि मंत्रोच्चारण ईश्वर की आराधना करने और मन को शांति दिलाने का सर्वोत्तम उपाय है। इसकी मदद से आप अपनी चेतना को ईश्वर से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं। सनातन धर्म में एक और जहां पूजा मंत्रोच्चारण के बिना संपन्न नहीं होती वहीं दूसरी ओर विज्ञान की दृष्टि से मंत्र हमारे मस्तिष्क को शांत करते हैं और ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रण में रखने में भी सहायता करता है।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'