Unakoti Rock Carvings: उनाकोटी में हैं एक करोड़ से एक कम मूर्तियां, किसने और कब बनाई… ये आज भी है रहस्य
पूर्वोत्तर भारत के त्रिपुरा में एक जगह है उनाकोटी। जंगलों के बीच इस सुदूर पहाड़ी इलाके में देवी-देवताओं की 99 लाख 99 हजार 999 मूर्तियां बनी हुई हैं। ये मूर्तियां कब और किसने बनवाईं किस राजा की देख-रेख में यह काम हुआ था यह आज भी रहस्य है। मगर यहां का प्राकृतिक सौंदर्य और भगवान शिव को समर्पित यह जगह आपका मन मोह लेगी।
By Shashank Shekhar Bajpai Edited By: Shashank Shekhar Bajpai Updated: Sat, 14 Sep 2024 01:02 PM (IST)
शशांक शेखर बाजपेई। Unakoti Rock Carvings: त्रिपुरा और बांग्लादेश की सीमा पर कैलाशहर है। यहां से 10 किमी दूर घने जंगलों में बसा है उनाकोटी। कहते हैं कि इसी रास्ते से होकर एक करोड़ देवी-देवता काशी गए थे। मगर, इस जगह का एक रहस्य है कि इतनी दूरस्थ और एकांत जगह पर किसने और कब चट्टानों को तराशकर इतनी सारी मूर्तियां बनाई थीं।
दुर्गम इलाके में इस जगह के बनने की कथा रहस्यमयी है। कोई भी इतिहास इस रहस्य को सुलझा नहीं सका है। यह पता ही नहीं है कि किस काल खंड में किस युग में यहां मूर्तियों का निर्माण किया गया था। इतनी सारी भव्य मूर्तियां पहले कभी एक साथ देश के किसी कोने में देखने को नहीं मिली हैं।
कुछ लोग मानते हैं कि पाल साम्राज्य के दौरान यह जगह बनी, तो कोई कहता है कि 8वीं-9वीं शताब्दी में यह जगह बनी। कुछ लोग मानते हैं कि यहां बनी मूर्तियां बौद्ध संस्कृति से प्रभावित हैं। हालांकि, इसके बाद भी कोई पक्के दावे के साथ कुछ नहीं बता पाता है।
भोलेनाथ इस रास्ते से गए थे काशी
डिस्कवरी प्लस से शो एकांत में त्रिपुरा ऑब्जरवर के रिपोर्टर मृणाल कांति सिन्हा ने बताया कि उनाकोटी के बारे में बहुत सारी किंवदंतियां हैं। यह भी कहा जाता है कि एक भगवान शिव कई देवी-देवताओं के साथ यहां से बनारस जा रहे थे।इस दौरान वे रघुनंदन पहाड़ से गुजरे। उनाकोटी को पहले रघुनंदन पहाड़ के नाम से जाना जाता था। रात का समय था, तो सभी देवी-देवता थक गए थे। तब शंकर भगवान ने कहा कि सभी रात को रघुनंदन पहाड़ पर आराम करेंगे और सुबह होते ही वाराणसी के लिए प्रस्थान करेंगे।मगर, दुर्भाग्य से अगली सुबह किसी भी देवी-देवता की नींद नहीं खुली। महादेव उठे और अकेले ही वाराणसी के लिए चल दिए। कहा जाता है कि जो देवी-देवता नहीं उठ पाए, वो पत्थर में बदल गए। यह उन बहुत सारी लोककथाओं में से एक है, जिसे कई लोग मानते हैं।
उनाकोटी मतलब एक करोड़ से एक कम
उनाकोटी में पत्थरों को काटकर पहाड़ों में मूर्तियां बनाई गई हैं। ये मूर्तियां कब और कैसे बनीं, यह बता पाना बहुत मुश्किल है। उस समय त्रिपुरा साम्राज्य भी नहीं था। जब तक इस जगह की पुरातात्विक जांच नहीं होती, तब तक कुछ भी कह पाना मुश्किल है। मगर, उनाकोटी शब्द बंगाली भाषा से निकला है, जिसका अर्थ है एक करोड़ से एक कम। - डॉक्टर सुकेंदू देबबर्मन, त्रिपुरा यूनिवर्सिटी में इतिहास के प्रोफेसर