वेडिंग में पहले जहां रीति-रिवाजों को प्राथमिकता दी जाती थी, वहीं बदलते वक्त के साथ लोगों ने विवाह की हर रस्म को यादगार बनाने के लिए बारातियों के स्वागत से लेकर सजावट तक हर इंतजाम पर खास ध्यान देना शुरू कर दिया है। हालांकि इन सबमें पहला नंबर आता है तरह-तरह के स्वादिष्ट खाने का। अगर आयोजन में खाने का मेन्यू मेहमानों
By Edited By: Updated: Mon, 07 Apr 2014 11:44 AM (IST)
वेडिंग में पहले जहां रीति-रिवाजों को प्राथमिकता दी जाती थी, वहीं बदलते वक्त के साथ लोगों ने विवाह की हर रस्म को यादगार बनाने के लिए बारातियों के स्वागत से लेकर सजावट तक हर इंतजाम पर खास ध्यान देना शुरू कर दिया है। हालांकि इन सबमें पहला नंबर आता है तरह-तरह के स्वादिष्ट खाने का। अगर आयोजन में खाने का मेन्यू मेहमानों का दिल जीत सके तो प्रोग्राम हिट माना जाता है। एक अनुमान के मुताबिक भारतीय होटल इंडस्ट्री 15 प्रतिशत सालाना की दर से वृद्धि कर रहा है। इस क्षेत्र में विदेशी कंपनियां भी भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी कर रही हैं। रेस्टोरेंट्स, फास्ट फूड ज्वाइंट, चाइना व्हील्स आदि के बढ़ते विस्तार के बाद तो कैटरिंग तेजी से बढ़ते बिजनेस का रूप ले चुकी है। जाहिर है जहां इतने सारे होटल, रेस्टरां होंगे वहां कैटरिंग की भी डिमांड होगी।
नेचर ऑफ इंडस्ट्री कैटरिंग सर्विस देने वाली इंडस्ट्री है, जिसमें कस्टमर्स को उनकी मांग के अनुसार सुविधाएं दी जाती हैं। इस काम के लिए पूरी तरह से स्किल्ड और स्मार्ट होना जरूरी है।
कैसे करें एंट्री
कैटरिंग के फील्ड में कामयाब होने के लिए पर्सनल नेटवर्क का होना जरूरी है। आज सभी छोटे-बड़े होटलों को कैटरिंग टेक्नोलॉजी के जानकारों की डिमांड है। कैटरिंग का काम किसी के साथ जुड़कर या निजी रूप से भी किया जा सकता है। अगर आप ख़्ाुद का काम शुरू करना चाहते हें तो घर या दुकान कहीं से भी यह काम कर सकते हैं। इस काम को छोटे स्तर पर शुरू करने के लिए ज्यादा लोगों की जरूरत नहीं होती, जबकि बड़े स्तर पर काम शुरू करने के लिए स्किल्ड टीम की जरूरत होती है। साथ ही, ज्यादा लागत और स्पेस की जरूरत भी होती है। इस बात का भी ध्यान रखना होता है कि आपने कस्टमर से जो कमिटमेंट किया है, उसे किसी भी हालत में पूरा करें। कस्टमर का भरोसा ही इस काम में कामयाबी का रास्ता है।
ग्लोबलाइजेशन के वर्तमान दौर में हर चीज तेजी बदल रही है और लोगों दुनिया भर में मशहूर तरह-तरह के व्यंजनों का लुत़्फ उठाना चाहते हैं। यदि आप नए व्यंजनों से अपडेट नहीं रहेंगे, तो इस काम में सफलता सीमित रह जाएगी। ट्रेनिंग कैटरिंग होटल मैनेजमेंट का अहम पार्ट है। कैटरिंग में स्किल्ड प्रोफेशनल्स की डिमांड को देखते हुए आज देश में ऐसे देश में इसकी ट्रेनिंग देने वाले तमाम संस्थान हैं। यहां डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स उपलब्ध हैं। कोर्सो की अवधि संस्थानों पर निर्भर करती है।
योग्यता मान्यताप्राप्त बोर्ड या यूनिवर्सिटी से 12वीं या ग्रेजुएट होना जरूरी है। 12वीं में इंग्लिश एक सब्जेक्ट के रूप में जरूर होना चाहिए। इसके अलावा, सॉफ्ट स्पोकेन, कूल नेचर, चेहरे पर स्माइल भी सक्सेस के लिए जरूरी है।
स्कोप इस सेक्टर में आप एयरलाइन कैटरिंग एवं केबिन सर्विस, हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन एंड कैटरिंग, होटल और टूरिज्म एसोसिएशन, रेलवे, बैंक, मिलिट्री, शिपिंग कॉरपोरेशन आदि के साथ जुड़कर भी काम कर सकते हैं। हालांकि ज्यादातर ट्रेंड प्रोफेशनल्स होटल्स-रेस्टोरेंट्स में ही काम करना पसंद करते हैं। (अरविंद कुमार मिश्रा)