Mohania Election 2020 : भभुआ जिले की मोहनिया सीट पर भाजपा के निरंजन का सामना राजद की संगीता से
Mohania Election News 2020 मोहनिया विधानसभा क्षेत्र का सबसे बडा कस्बा मोहनिया जीटी रोड पर स्थित है। यहां इस बार भाजपा राजद और कांग्रेस के प्रत्याशियों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार हैं। पिछली बार यहां भाजपा ने जीत हासिल की थी।
By Shubh NpathakEdited By: Updated: Wed, 28 Oct 2020 08:24 AM (IST)
जेएनएन, भभुआ। मोहनिया विधानसभा सीट बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से एक है। यह कैमूर जिले का हिस्सा है। यह क्षेत्र सासाराम लोकसभा सीट का हिस्सा है। यह सीट सुरक्षित श्रेणी में आती है, यानी यहां केवल अनुसूचित जाति और जनजाति से ही उम्मीदवार बन जाते हैं। 1957 में हुए यहां पहले चुनाव में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के बदरी सिंह विधायक बने थे। 2015 में यहां बीजेपी के निरंजन राम विधायक बने। उन्हें एक बार फिर भाजपा ने टिकट दिया है। वे वर्ष 2010 में राजद से चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे। इस बार राजद महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष संगीता कुमारी महागठबंधन की उम्मीदवार हैं। जिला परिषद सदस्य श्वेता सुमन रालोसपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं। यहां मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार हैं।
प्रमुख प्रत्याशी1. निरंजन राम, भाजपा
2. संगीता कुमारी, राजद
3. श्वेता सुमन, रालोसपा
प्रमुख मुद्दे1. सड़क - मोहनिया विधानसभा के कई गांव सड़क की सुविधा से वंचित हैं। इन गांवों के लोग कई किलोमीटर पैदल चल कर प्रखंड मुख्यालय पहुंचते हैं।2. बस स्टैंड - मोहनिया विधानसभा के कुदरा प्रखंड में सबसे बड़ी समस्या बस स्टैंड है। यहां आज तक बस स्टैंड नहीं बन सका। इसके चलते एनएच दो के किनारे ही बसें व सवारी गाड़ी खड़ी होती हैं।
3. जलजमाव - मोहनियां विधानसभा के दोनों प्रखंड मोहनियां व कुदरा में जलजमाव की समस्या गंभीर है। शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण दोनों में जलजमाव से लोग परेशान हैं। जलनिकासी की व्यवस्था के लिए कोई पहल नहीं की गई।4. सिंचाई- फसलों की सिंचाई का समय आता है तो नहरों से पानी गायब हो जाता है। कई गांव तो नहर की सुविधा से वंचित है। जहां सिंचाई के लिए किसानों को मोटर-मशीन चलानी पड़ती है। कुछ गांवों में तो फसल पानी में डूब जाती है। क्योंकि उन गांवों में जलनिकासी की व्यवस्था नहीं है।
5. पेयजल - इस विधानसभा में पेयजल की समस्या भी गंभीर है। यहां नल-जल योजना पूरी तरह फ्लॉप है। गांवों में सरकारी चापाकलों की स्थिति भी दयनीय है। इसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को आज भी पानी के लिए काफी परेशान होना पड़ता है।प्रमुख तथ्यमतदाताओं की संख्या- 262868पुरुष मतदाता - 138091महिला मतदाता - 124774अन्य - तीनबूथों की संख्या- 397
वर्ष - कौन जीता - कौन हारा2015 - निरंजन राम,बीजेपी - संजय कुमार,कांग्रेस2010 - छेदी पासवान,जदयू - निरंजन राम,राजद2005 नवंबर - छेदी पासवान,जदयू - सुरेश पासी,राजद2005 फरवरी - सुरेश पासी,राजद - छेदी पासवान,जदयू