Bihar, Sheikhpura Election 2020: ओवैसी ने विधान सभा चुनाव में NRC-CAA का मुद्दा उठाया, RJD को घेरा
Bihar Sheikhpura Election 2020 ओवैसी ने कहा असम में एनआरआर से 20 लाख लोग बाहर हो गए इसमें मुसलमान मात्र पांच लाख हैं। जबकि हिंदुओं की संख्या 15 लाख है। ओवैसी ने सरकार को सलाह दी इन मुद्दों के बजाय शिक्षारोजगार तथा स्वास्थ्य को तरजीह दें।
By Sumita JaiswalEdited By: Updated: Sun, 25 Oct 2020 06:32 PM (IST)
पटना/ शेखपुरा, जेएनएन । Bihar, Sheikhpura Election 2020: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के अध्यक्ष तथा हैदराबाद के सांसद ओवैसी (MP of Hyderabad ) ने फिर से एनआरसी (Nationa Register fo Citizens) तथा सीएए (Citizenship Amendment Act) पर जमकर बरसे। आज 25 अक्टूबर, रविवार को शेखपुरा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने एनआरसी तथा सीएए पर राजद (RJD) तथा नीतीश कुमार (Nitish Kumar) दोनों को कटघरे में खड़ा किया। कहा केंद्र सरकार ने दोनों को लागू करने की बात कही है। मगर इस मुद्दे पर राजद अपनी जुबां बंद रखे है और नीतीश कुमार लोगों के समक्ष गलत बयानी कर रहे हैं। इसके पहले ओवैसी ने बक्सर और अरवल में भी जनसभाएं की ।
50 प्रतिशत से अधिक हिंदुस्तानियों के लिए सिरदर्द ओवैसी ने कहा एनआरसी तथा सीएए सिर्फ मुसलमानों तथा दलितों के लिए सिरदर्द नहीं है बल्कि इससे 50 प्रतिशत से अधिक हिंदुस्तानी इससे प्रभावित होगें। इसका उदाहरण असम है। यहां एनसीआर से 20 लाख लोग बाहर हो गए इसमें मुसलमान मात्र पांच लाख हैं। जबकि हिंदुओं की संख्या 15 लाख है। ओवैसी ने सरकार को सलाह दी इन मुद्दों के बजाय शिक्षा,रोजगार तथा स्वास्थ्य को तरजीह दें।
हम लाएंगे बिहार में उजियारा सभा में रालोसपा के अध्यक्ष तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने भी राजद तथा नीतीश दोनों पर हमला किया। कहा बड़े भाई तथा मंझले भाई ने 30 वर्षों के शासन में बिहार को पीछे धकेलने का काम किया। उन्होंने अपने लिये पांच साल मांगा तथा भरोसा दिलाया कि बिहार में हम उजियारा लायेगें।
हमपर एक धर्म की राजनीति का गलत अारोप
अरवल विधानसभा क्षेत्र के कलेर तथा कुर्था विधानसभा क्षेत्र के धमौल में शनिवार को चुनावी सभा को संबोधित करते हुए एआइएमआइएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हम किसी एक धर्म की राजनीति नहीं करते हैं। हमपर जो आरोप लगाया जाता है वह गलत है। ओवैसी ने कहा कि इस प्रदेश में 15 वर्षों तक लालू प्रसाद की पार्टी और फिर उतने ही वर्षो तक नीतीश कुमार वाली गठबंधन ने शासन किया। लेकिन इन दोनो से जनता को कोई फायदा नहीं हुआ।