बिहार चुनाव 2020: माकपा ने विभूतिपुर से छह बार विधायक रहे रामदेव वर्मा को पार्टी से निकाला
Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020 समस्तीपुर के विभूतिपुर विधानसभा क्षेत्र से छह बार विधायक रहे रामदेव वर्मा को माकपा ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है। अपनी पत्नी को निर्दलीय चुनाव लड़ाकर पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार करने का आरोप।
By Murari KumarEdited By: Updated: Sat, 07 Nov 2020 11:08 PM (IST)
समस्तीपुर, जेएनएन। जिले के विभूतिपुर विधानसभा क्षेत्र से छह बार विधायक रहे रामदेव वर्मा को माकपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण उनकी सदस्यता समाप्त करते हुए दल से निष्कासित कर दिया है। माकपा जिला सचिव रामाश्रय महतो ने यह जानकारी दी। कहा है कि विधानसभा चुनाव के दौरान विभूतिपुर से पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ अपनी पत्नी मंजू प्रकाश को बतौर निर्दलीय मैदान में उतारा। उनके लिए चुनाव प्रचार भी किया। ऐसा कर उन्होंने भाजपा एवं जदयू प्रत्याशी को मदद करने का काम किया है। उन्होंने पार्टी न सिर्फ पार्टी के अनुशासन को तोड़ा है बल्कि अपना वैचारिक विचलन भी किया है। बता दें कि पूर्व विधायक रामदेव वर्मा विभूतिपुर से छह बार माकपा प्रत्याशी के रुप में विधायक चुने जा चुके हैं। उनकी पत्नी मंजू प्रकाश भी बक्सर से दो बार विधायक रही हैं। वृद्ध एवं बीमार होने के कारण पार्टी ने इस बार उन्हें टिकट न देकर माकपा के जिला प्रभारी अजय कुमार को मैदान में उतारा है।
डिलिटेड का मुहर लग जाने से मतदान से हो गये वंचितकल्याणपुर सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र के पूसा प्रखंड अंतर्गत कैजिया विष्णुपुर गांव के युवा मतदाता पवन कुमार मिश्र विधानसभा चुनाव में अपने मताधिकार से वंचित रह गए। मतदाता सूची में उनके नाम पर डिलिटेड का मुहर लग जाने से ऐसा हुआ। इस संबंध में मतदाता पवन ने बताया कि पिछले लोकसभा चुनाव में भी उन्होनें अपना वोट डाला था।इस बार जब वोट डालने मतदान केंद्र पर गए तो उन्हें वोट नहीं देने दिया गया। पीठासीन पदाधिकारी ने मतदाता सूची दिखलाते हुए उन्हें अयोग्य बताकर मतदान से वंचित कर दिया। इस बात को लेकर मतदाता एवं बीएलओ के बीच गरमागरम बहस भी होने लगी। सुरक्षा कर्मियों के समझाने-बुझाने पर दोनों शांत हुए।