CG Election 2023: चुनाव के पहले चरण में 60% युवा प्रत्याशी दिखाएंगे दम, 40 लाख यंग वोटर करेंगे किस्मत का फैसला
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के पहले चरण की जिन 20 सीटों पर चुनाव होने हैं वहां युवा प्रत्याशी बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं। इन सीटों पर 46 प्रतिशत युवा मतदाता हैं और युवा प्रत्याशियों का प्रतिशत भी 60 है। बस्तर व दुर्ग संभाग में होने वाले इस चुनाव में कांग्रेस भाजपा व अन्य पार्टियों ने भी युवा और नए चेहरे वाले प्रत्याशियों पर ज्यादा भरोसा जताया है।
By Shubham SharmaEdited By: Shubham SharmaUpdated: Mon, 23 Oct 2023 06:45 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, रायपुर। विधानसभा चुनाव 2023 के पहले चरण की जिन 20 सीटों पर चुनाव होने हैं, वहां युवा प्रत्याशी बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं। इन सीटों पर 46 प्रतिशत युवा मतदाता हैं और युवा प्रत्याशियों का प्रतिशत भी 60 है। बस्तर व दुर्ग संभाग में होने वाले इस चुनाव में कांग्रेस,भाजपा व अन्य पार्टियों ने भी युवा और नए चेहरे वाले प्रत्याशियों पर ज्यादा भरोसा जताया है।
युवा मतदाताओं की संख्या 46 प्रतिशत
इनमें कांग्रेस के दीपक बैज, छविंद्र कर्मा, रूपसिंह पोटाई युवा बड़े चेहरे हैं वहीं भाजपा के विनायक गोयल, भावना बोहरा, गीता साहू सहित तीसरे मोर्चे के कई ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनकी आयु 30 से लेकर 45 वर्ष के बीच है। बता दें कि बस्तर व दुर्ग संभाग के 20 सीटों पर 40.78 लाख कुल मतदाताओं में युवाओं की संख्या 18,75 लाख हैं, वहीं प्रदेश के 2 करोड़ 03 लाख 86 हजार मतदाताओं में 45 वर्ष से कम युवा मतदाताओं की संख्या 46 प्रतिशत के करीब हैं। कई युवा प्रत्याशी पहली बार चुनावी मैदान पर हैं।
पहली बार चुनाव लड़ेंगे पोटाई
37 वर्षीय रूपसिंह पोटाई को अंतागढ़ सीट से कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया है। युवा रूपसिंह का कोई राजनीतिक बैक ग्राउंड नहीं था। वह कांग्रेस के सामान्य कार्यकर्ता हैं। ग्राम पंचायत बारदा विकासखंड कोयलीबेड़ा के दो बार के सरपंच पोटाई, सरपंच संघ जनपद पंचायत कोयलीबेड़ा के अध्यक्ष हैं। वे पहली बार विधायक का चुनाव लड़ रहे हैं। उनका यहां भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री एवं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे विक्रम उसेंडी से मुकाबला है।चित्रकोट में बैज-गोयल आमने-सामने
लोकसभा सदस्य एवं प्रदेश कांग्र्र्रेस अध्यक्ष 42 वर्षीय दीपक बैज छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे हैं। बैज ने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़कर पंचायत की राजनीति में कदम रखा था। 2013 व 2018 में दो बार विधायक चुने गए थे।इधर 46 वर्षीय विनायक गोयल चित्रकोट सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं। विनायक गोयल एक बार जिला पंचायत सदस्य रह चुकेे हैं। गोयल पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
दंतेवाड़ा में दोनों प्रत्याशियों का पहला चुनाव
स्वर्गीय महेंद्र कर्मा के पुत्र छविन्द्र कर्मा को राजनीति विरासत में मिली हैं। 42 वर्षीय छविन्द्र को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया है। वे पहली बार विधायक का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इधर 47 वर्षीय चैतराम अटामी को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। वह दंतेवाड़ा जिला भाजपा के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कभी पंचायत चुनाव भी नहीं लड़ा। यहां अटामी पहली बार विधायक का चुनाव लड़ रहे हैं।अन्य सीटों पर एक नजर
- भानुप्रपातपुर सीट से 42 वर्षीय भाजपा के गौतम उइके पहली बार वह विधायक का चुनाव लड़ रहे हैं। युवा भाजपा नेता के रूप में पार्टी में उनकी सक्रियता है। उइके ग्राम कच्चे के निवासी है।
- कांकेट सीट से 42 वर्षीय आशाराम नेताम पेशे से किसान हैं। वे ग्राम बेवर्ती निवासी नेताम सरपंच और जनपद सदस्य रह चुके हैं। भाजपा के मंडल अध्यक्ष रहे नेताम पहली बार विधायक का चुनाव लड़ रहे हैं।
- केशकाल सीट से 29 वर्षीय शिवकुमार गंगवाल हमरराज पार्टी के प्रत्याशी हैं। सर्व आदिवासी समाज के क्षेत्रीय पदाधिकारी शिवकुमार सामाजिक कार्याे में ही सक्रिय रहे हैं। पहली बार विधायक का चुनाव लड़ रहे है।
- अन्य सीटों में डोंगरगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी हर्षिता स्वामी बघेल( 35 वर्ष), खुज्जी से भाजपा प्रत्याशी गीता घासी साहू( 29 वर्ष), कवर्धा से आप प्रत्याशी खड्गराज सिंह (38 वर्ष), पंडरिया से भाजपा प्रत्याशी भावना बोहरा (41 वर्ष) व यहीं से ही कांग्रेस से नीलू चंद्रवंशी (45 वर्ष) चुनावी मैदान पर हैं।