CG Election 2023: महादेव एप के प्रमोटरों के संपर्क में थे उम्मीदवार, दिया था पांच-पांच करोड़ का प्रस्ताव
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक पहले ईडी की ताबड़तोड़ कार्रवाइयों और किए जा रहे दावों के बीच जानकारी निकलकर सामने आई है कि महादेव आनलाइन सट्टा एप के प्रमोटरों सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने प्रत्याशी तय होने के पहले ही दोनों प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों के मजबूत उम्मीदवारों को पांच-पांच करोड़ रुपये बतौर चंदा देने का प्रस्ताव दिया था।
By Paras PandeyEdited By: Paras PandeyUpdated: Sun, 05 Nov 2023 12:42 PM (IST)
जेएनएन, भिलाई। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से ठीक पहले ईडी की ताबड़तोड़ कार्रवाइयों और किए जा रहे दावों के बीच जानकारी निकलकर सामने आई है कि महादेव आनलाइन सट्टा एप के प्रमोटरों सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने प्रत्याशी तय होने के पहले ही दोनों प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों के मजबूत उम्मीदवारों को पांच-पांच करोड़ रुपये बतौर चंदा देने का प्रस्ताव दिया था। सौरभ और रवि भिलाई निवासी होने के कारण उनका भिलाई-दुर्ग समेत रायपुर के कई नेताओं से संपर्क भी है।
उनके लोगों ने काफी पहले से ही यहां के नेताओं से संपर्क साधना शुरू कर दिया था। कई नेताओं के घर रुपये पहुंचाए भी गए। यह सारा काम हवाला के माध्यम से हो रहा है जानकारी के अनुसार महादेव एप के प्रमोटर रवि उप्पल ने अपने भाई राहुल उप्पल के माध्यम से उक्त प्रस्ताव भिजवाया था। सितंबर में राहुल के घर पर ईडी ने छापामारा था। इसके बाद से ही राहुल पत्नी प्रेरणा व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ शहर से गायब है।
ईडी ने राहुल व प्रेरणा के घर पर नोटिस चस्पा कर उन्हें सितंबर के आखिर में रायपुर के ईडी कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा था, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुए। इसके बाद कुछ नेताओं तक चुनावी खर्च का रुपया नहीं पहुंच सका। हालांकि, बाद में उन नेताओं तक असीम दास उर्फ बप्पा बंगाली जैसे कैश कूरियर के माध्यम से रुपये भेजे जाने की चर्चा है।
महादेव एप के प्रमोटर भले ही दुबई में बैठकर पूरा रैकेट संचालित कर रहे हैं, लेकिन शहर में अब भी उनका लोकल नेटवर्क सक्रिय है, जो नेताओं के संपर्क में है और रुपये भी पहुंचा रहा है। बता दें कि ईडी ने बीते गुरुवार को रायपुर और भिलाई में कार्रवाई कर रायगढ़ के एक कारोबारी के ड्राइवर असीम दास से लगभग छह करोड़ रुपये जब्त किए हैं। इस मामले में भिलाई थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक भीमसिंह यादव को भी गिरफ्तार किया है। विशेष न्यायालय ने असीम और भीमसिंह को 10 नवंबर तक के लिए ईडी की रिमांड पर दिया है।