CG Election 2023: BJP नेताओं ने सुनी 'मन की बात' तो कांग्रेस हुई खफा, चुनाव आयोग में शिकायत
विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मन की बात कार्यक्रम को लेकर सियासत शुरू हो गई है। रविवार को भाजपा के नेताओं ने जहां भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में मन की बात कार्यक्रम सुना वहीं कांग्रेस ने इसकी शिकाय त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से की है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ हैं।
By Paras PandeyEdited By: Paras PandeyUpdated: Mon, 30 Oct 2023 04:08 AM (IST)
जेएनएन रायपुर (राज्य ब्यूरो)। विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 'मन की बात' कार्यक्रम को लेकर सियासत शुरू हो गई है। रविवार को भाजपा के नेताओं ने जहां भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में 'मन की बात' कार्यक्रम सुना, वहीं कांग्रेस ने इसकी शिकाय त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से की है।
हम जोड़ने वाले वो तोड़ने वाले हैं: जे.पी.नड्डा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ हैं। नड्डा क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल सहित जिला भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर पहुंचे। इसके बाद राजधानी के डॅा.राजेंद्र प्रसाद वार्ड के बूथ क्रमांक 223 में पहुंचे जहां सभी ने आकाशवाणी माध्यम से भारत के प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सुना।
'मन की बात' के प्रसारण के बाद नड्डा ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अकर्मण्य, अविश्वसनीय और भ्रष्टाचारी सरकार को घर में बैठाने का काम अब करना है। उन्होंने कहा कि हम जोड़ने की बात करते हैं और कांग्रेस के लोग तोड़ने का काम कर रहे हैं।
इस मौके पर बड़ी संख्या में भाजपा नेता मौजूद रहे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त कार्यालय पहुंची कांग्रेस कांग्रेस ने प्रधानमंत्री की 'मन की बात' कार्यक्रम को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया है एवं मुख्य निर्वाचन आयुक्त को कार्रवाई के लिए शिकायत भेजी है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने शिकायत में कहा है कि पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव चल रहे हैं, आदर्श आचार संहिता लागू है, ऐसे समय में प्रधानमंत्री के 'मन की बात' का रेडियो और टीवी में प्रसारण आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट तौर पर पांचों राज्यों में चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने संवैधानिक पद पर रहते हुए, राजनैतिक लाभ के लिए विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण विभाग के अधीन आकाशवाणी और दूरदर्शन के कार्यक्रम का इरादतन दुरुपयोग किया है।