CG Election 2023: छत्तीसगढ़ में जीत पक्की करने को कांग्रेस ने 31 प्रतिशत विधायकों का काटा टिकट, BJP ने कसा तंज
CG Election 2023। छत्तीसगढ़ में जीत पक्की करने को कांग्रेस ने 31 प्रतिशत विधायकों का टिकट काट दिया है। कांग्रेस का दावा है कि भूपेश बघेल की सरकार में कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है। वहीं भाजपा ने तंज कसते हुए कहा कि हार के डर से विधायकों का टिकट काटा गया है।
By Jagran NewsEdited By: Achyut KumarUpdated: Mon, 23 Oct 2023 08:37 PM (IST)
संदीप तिवारी, रायपुर। Chhattisgarh Election 2023: कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में दोबारा सत्ता हासिल करने के लिए मौजूदा 71 विधायकों में से 31 प्रतिशत विधायकों का टिकट काट दिया है। कुल 90 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित होने के बाद 22 विधायकों को चुनावी मैदान से बाहर का रास्ता देखना पड़ा है।
टिकट कटने वालों का अच्छा नहीं मिला था फीडबैक
जिन विधायकों का टिकट कटा है, उनमें से ज्यादातर के खिलाफ स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं में नाराजगी थी। क्षेत्र में उनकी सक्रियता भी कम थी। सत्ता व संगठन सर्वे में भी उनका फीडबैक अच्छा नहीं मिला था। इसके चलते उन पर भरोसा नहीं जताया है। इसे लेकर कुछ विधायकों में नाराजगी होने की बात भी सामने आ रही है, लेकिन कांग्रेस का दावा है कि पार्टी और सरकार के खिलाफ किसी भी तरह की सत्ता विरोधी लहर नहीं है।
हार के डर से कांग्रेस ने विधायकों का टिकट काटा: भाजपा
कांग्रेस का दावा है कि जिन विधायकों को टिकट नहीं मिला है, वे अब भी पूरे मन से पार्टी के साथ हैं। वहीं, भाजपा ने कहा है कि हार के डर से कांग्रेस ने विधायकों का टिकट काटा है।यह भी पढ़ें: CG Election 2023: चुनाव के पहले चरण में 60% युवा प्रत्याशी दिखाएंगे दम, 40 लाख यंग वोटर करेंगे किस्मत का फैसला
टिकट वितरण पर क्या बोले बघेल-सिंहदेव?
बता दें कि टिकट वितरण को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले ही कह चुके हैं कि जिताऊ अभ्यर्थी को टिकट देने का फार्मूला ही चला है, जबकि उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि टिकट वितरण में चुनाव की कमेटियां फीडबैक को प्रमुख आधार बनाती हैं, जैसा कि हर चुनाव में होता है।यह भी पढ़ें: Chhattisgarh Election 2023: गरीबों के आशियाने पर फिर सियासत, BJP ने CM बघेल पर लगाया गंभीर आरोप
BJP ने एक विधायक का काटा टिकट
भाजपा ने भी 86 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। उसने अपने मौजूदा 13 विधायकों में केवल एक का ही टिकट काटा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने सरकार को घेरते हुए कहा है कि विधायकों ने पूरे कार्यकाल में काम नहीं किया और सीएम देखते रहे। अब टिकट काटने से क्या होता है। क्षेत्र का विकास नहीं होने का नुकसान तो जनता को ही भुगतना पड़ रहा है।टिकट कटने वालों ने कहा- निर्णय स्वीकार है
प्रतापपुर के विधायक व पूर्व मंत्री डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने टिकट कटने पर कहा कि पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है। मैं पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता हूं। भविष्य में मेरे लिए जो भी आदेश होगा, उसका पालन करूंगा। खुज्जी विधायक छन्नी चंदू साहू ने कहा कि क्षेत्र की जनता का फीडबैक मेरे खिलाफ नहीं है। जहां तक टिकट कटने का मामला है, यह तो पार्टी का निर्णय है और इसे स्वीकार करना ही पड़ेगा।प्रदेश में हर जगह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की स्वीकार्यता है। कुछ विधानसभा क्षेत्रों में विधायकों व कार्यकर्ताओं के स्तर पर किए गए सर्वे में फीडबैक का मामला था। प्रदेश में सत्ता विरोधी कोई भी लहर नहीं है। हम 75 सीटों पर जीतेंगे।
- दीपक बैज, अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस कमेटी
भूपेश सरकार ने कोई काम नहीं किया है। 22 विधायकों का टिकट काटकर अपना ठीकरा उनके सिर पर फोड़ा गया है। प्रदेश में सत्ता विरोधी लहर है। इसी डर के मारे विधायकों का टिकट काटा गया है।
- अरुण साव, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा